शक्तिनगर।महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ एन टी पी सी परिसर की राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई 1 की ओर से सात दिवसीय विशेष शिविर के छठे दिन स्वयं सेवकों द्वारा परिसर की साफ सफाई की गई| तथा कार्यक्रम अधिकारी डॉ प्रदीप कुमार यादव द्वारा स्वच्छता के बारे में बताया गया उन्होंने बताया कि नैतिकता के बाद दूसरा स्थान स्वच्छता का है | आज विश्व के जितने भी देशों ने विकास किया है उसके मूल्य की उनकी स्वच्छता विषयक एक दृष्टि मूल रही है द्वितीय सत्र में बौद्धिक चर्चा के तहत मुख्य अतिथि के रूप में पधार हिंदी भाषा एवं साहित्य के प्रति अपनी समझ रखने वाले डॉक्टर योगेंद्र मि्श्र ने हिंदी भाषा एवं राष्ट्रीयता पर अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि शिविर का जीवन बड़ा ही अविस्मरणीय होता है| यह शिविर सेल्फी एवं सेल्फशीप अलग करता है यह शिविर आप सबको सामर्थ बनाता है|विस्तार की दृष्टि से संपूर्ण विश्व में हिंदी भाषियों की संख्या सर्वाधिक है हाल की चयनित बोलने वाले हैं हिंदी साधु-संतों व्यापारियों क्रांतिकारियों मजदूरों एवं गुलामों की भाषा रही है |आज तो भाषा को लेकर यह स्थिति बन गई है कि भाष गई तो संस्कृति गई राष्ट्रीय ख्याति लव शायर कुंवर जावेद की यह पंक्ति बड़ी ही समीकचन लगती है |कि प्यार यहां पर बनाया जाता है बम तो सरहद पर बनाया जाता है यह हिंदी भाषा है जो राष्ट्रीय एकता को राष्ट्रीय एकता एवं जोड़ने की भाषा ह|हिंदी प्रेम सौहार्द एवं भाईचारे की भाषा है हिंदी नकारात्मक एवं गाली की निंदा करती है गाली पर ताली नहीं बजती हिंदी को सिरसा प्रदान करने में हिंदी भाषियों के योगदान को कभी भुलाया नहीं जा सकता गांधी अयंगर दयानंद सरस्वती इसके उदाहरण है कार्यक्रम के प्रारंभ में अंजली शर्मा द्वारा स्वागत गीत तथा अर्पिता जायसवाल अनुषा स्वाति द्वारा संकल्प गीत प्रस्तुत किया गया | अतिथियों का स्वागत कार्यक्रम अधिकारी डॉ प्रदीप कुमार यादव ने किया कार्यक्रम की अध्यक्षता डॉक्टर छोटेलाल जयसवाल तथा संचालन डॉक्टर मानिक चंद्र पांडे और धन्यवाद ज्ञापन श्री तुषार पांडे ने किया इस कार्यक्रम में मुख्य रूप से रूपा शब्बो बेगम सुनीता राजू साहेब कमलकांत माइकल कन्हैया अशोक रंजीत कुशवाहा आदि ने सक्रिय भूमिका निभाया राष्ट्रगान के साथ सभा का विसर्जन हुआ |