महिला जागृति स्वम सहायता समूह को रेशम धागा करन का राष्ट्रीय पुरष्कार

शनिवार को देर शाम केंद्रीय मंत्री द्वारा  विज्ञान भवन दिल्ली में  मिला सम्मान
बभनी ब्लाक के रामा नंद को कोया रेशम उत्पादन का सर्वश्रेष्ट सम्मान
पंकज सिंह/रोहित सिंह@sncurjanchal
म्योरपुर ब्लाक के ग्राम बभनडीहा के महिला जागृति स्वयं सहायता समूह को टसर रेशम धागाकरण में टसर सेक्टर में प्रदेश में सर्वश्रेष्ट कार्य करने व मुनगाडीह चैनपुर के रामानंद को कोया व रेशम बीज उत्पादन में सर्वश्रेष्ठ पुरस्कार हेतु केंद्रीय रेशम बोर्ड भारत सरकार द्वारा विज्ञान भवन नई दिल्ली में शनिवार को आयोजित मेगा सिल्क इवेंट “सरजिंग सिल्क” में पुरस्कार दिया गया ।सेल फोन पर सहायक विकास अधिकारी पंकज अग्रहरी ने बताया जागृती स्वम सहायता समूह की अध्यक्ष मीणा देवी  को कपड़ा मंत्री स्मृति ईरानी गृह मंत्री राज नाथ सिंह ,कपड़ा राज्य मंत्री अजय टम्टा की उपस्थिति में बेस्ट अचीवर  का पुरस्कार दिया गया  बताते चले कि रेशम विकस विभाग सोनभद्र ,के  द्वारा ग्राम बभनडीहा में आदिवासी महिलाओं के उत्थान हेतु 2014 से टसर रेशम धागाकरण का कार्य कराया जा रहा है! टसर रेशम धागाकरण केंद्र के प्रभारी पंकज अग्रहरि सहायक रेशम विकास अधिकारी के प्रयास से इन आदिवासी महिलाओं को राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के तहत स्वयं सहायता समूह से जोड़कर सरकारी लाभ दिलाया जा रहा है! उन्होंने बताया महिला जागृति स्वयं सहायता को 2016-17 में प्रदेश में टसर सेक्टर के धागाकरण में उत्कृष्ट कार्य व सर्वाधिक उत्पादन हेतु डॉ.राम मनोहर लोहिया रेशम उत्पादकता पुरस्कार ₹11हजार व 2017-18 में पंडित दीनदयाल उपाध्याय रेशम उत्पादकता पुरस्कार ₹11हजार मिला व आदिवासी महिला स्वयं सहायता समूह को वर्ष 2018-19 में पंडित दीनदयाल उपाध्याय रेशम उत्पादकता पुरस्कार ₹11हजार मा.रेशम मंत्री श्री सत्यदेव पचौरी द्वारा लखनऊ में 22 दिसम्बर 2018 को मिला!
श्री  अग्रहरि द्वारा बताया गया कि इन महिलाओं के कार्य से प्रभावित होकर वस्त्र परिक्षण प्रयोगशाला केंद्रीय रेशम बोर्ड प्रौद्योगिकी अनुसंधान संस्थान, वस्र मंत्रालय भारत सरकार की तरफ से सी.एस. एस.XII योजनान्तर्गत वर्ष 2015-16 में समूह की चार महिलाओं को 1-1 सोलर ऑपरेटेड स्पिनिंग मशीन अनुदान स्वरूप प्राप्त हुआ!
इसके साथ ही वर्ष 2018 में अप्रैल माह में रेशम विभाग के प्रयास से इस समूह को  “भारतीय जनजातीय सामग्री विपणन विकास संघ मर्यादित (ट्राईफेड) से जोड़कर इन आदिवासी जनजाति महिलाओ द्वारा उत्पादित सामग्री को विपणन हेतु सप्लायर के रूप में पंजीकृत कराया गया!
इसके अलावा महिला धागाकरण समूह ने वर्ष 2016 में मुरादाबाद में आयोजित सिल्क एक्सपो में, वर्ष 2017 में कानपुर तथा वाराणसी में एवम 2018 में पर्यटन भवन लखनऊ में आयोजित 3 दिवसीय सिल्क एक्सपो में तथा राज्य सरकार के अति महत्वपूर्ण मिशन “गरीबों की आय दुगना करने के लिए लखनऊ में आयोजित 3 दिवसिय  ” किसान महोत्सव” में टसर रेशम धागाकरण की सजीव प्रदर्शनी में सफलता पूर्वक प्रतिभाग करते हुए पुरस्कार प्राप्त किया!
रेशम विकास विभाग इन आदिवासि महिलाओ को राष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाने के लिए सतत रूप से प्रयासरत है इसी क्रम में दुद्धी के वार्ड नं 7 कलकल्ली बहरा रेलवे स्टेशन रोड  के पास रहने वाली गरीब महिलाओ को भी बनवासी सेवा आश्रम के सहयोग से प्रशिक्षण दिलाकर धागाकरण कार्य कराया जा रहा है।

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