सोनभद्र।देश की जनता के स्वास्थ्य को लेकर केंद्र सरकार द्वारा आयुष्मान योजना और राज्य सरकार द्वारा मुख्यमंत्री स्वास्थ्य योजना चलाई जा रही है ।
लेकिन जनपद सोनभद्र में मरीजों के जान के साथ खिलवाड़ करने का मामला रुकने का नाम नहीं ले रहा है ।
ऐसा ही एक मामला आज जनपद सोनभद्र में महिला थाना के पास स्थित दुर्गा पाली हॉस्पिटल का देखने को मिला जहां पर एक महिला के पेट में बच्चा मर जाने के बाद गांव की ही आशा सफाईया कराने लेकर आई। जिसके बाद ऑपरेशन के दौरान डॉक्टरों ने लापरवाही के कारण उसके पेट की नस और छोटी आत को काट दिया जिसके बाद महिला की हालत गंभीर होने पर उसे दूसरे अस्पताल पर किया गया जहां उसकी हालत गंभीर बनी हुई है।इतना ही नही इसके एवज में महिला से 70 हजार रुपये भी ऐठ लिए गए। वही परिजनों के बवाल के बाद मौके पर पहुंचे सदर एसडीएम समेत स्वास्थ्य विभाग की टीम ने जिला अस्पताल को शील करते हुए अस्पताल कर्मियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने का आदेश दिया
अस्पताल के सामने लगी यह भीड़ किसी तमाशे का नजारा नहीं है बल्कि या अस्पताल या डॉक्टर की लापरवाही से एक महिला का अबॉर्शन करने के बाद महिला की बच्चेदानी व आत का नस कट जाने के कारण परिजनों द्वारा किए जा रहे हंगामे की भीड़ है मौके पर पहुंचे उप जिलाधिकारी, सीओ, स्पेक्टर और स्वास्थ्य विभाग के डिप्टी सीएमओ जिन्होंने मौके की गंभीरता को समझते ही अस्पताल को सीज कर दिया और अस्पताल के प्रबंधक और डॉक्टर के ऊपर एफ आई आर दर्ज करने की कार्यवाही की जा रही है
धर्मवीर तिवारी ,पूर्व जिलाध्यक्ष भाजपा ने सीधे जिला मुख्य चिकित्साधिकारी पर आरोप लगाते हुए कहा कि सीएमओ के सह पर ही सभी झोलाछाप हॉस्पिटल संचालित किए जा रहे है । उनका यह मानना है कि इस तरह की लापरवाही मरीजो के साथ की जाती है जिससे मरीज जिंदगी और मौत का खेल खेलने वालो कि जाल में फंस जाते है इस तरह के खेल में सभी मिले हुए हैं और बगैर इनके सह पर कोई कार्य नहीं हो सकता ।
वही जिला मुख्यालय रावर्टसगंज में महिला थाने के पास जिला मुख्य चिकित्सा अधिकारी कि सह पर संचालित हो रहे दुर्गापाली हॉस्पिटल में कुमारी देवी पत्नी सीता राम निवासी रामगढ़ मार्केट को लेकर उस गांव की आशा ने इस प्राइवेट अस्पताल में भर्ती कराया कुमारी देवी के पेट में बच्चा था जो खराब हो गया था जिसकी सफाई कराना था बच्चेदानी की सफाई कराने के दौरान नशे में छोटी हाथ काट दिया जाता है जिसके बाद महिला की हालत गंभीर होने पर उसे पास के ही श्रेया हॉस्पिटल में रेफर कर दिया गया मरीज की हालत देख परिजनों द्वारा हंगामा कर दिया गया जिसके बाद मौके पर सदर एसडीएम समय स्वास्थ्य विभाग की टीम जांच करने पहुंची और अस्पताल कोशिश करते हुए दोषी कर्मचारियों के खिलाफ कार्यवाही कर मुकदमा दर्ज करने की बात कही जा रही है इस दौरान मरीज ने बताया कि उसकी सफाई या जबरदस्ती कराया गया । जहाँ 4 लोगों ने 1 घंटे से अधिक समय तक आपरेशन किया और नस काटकर छुट्टी कर दिया जिसके बाद उसकी हालत खराब हो गई ।
मौके पर पहुंचे उप जिलाधिकारी शादाब असलम ने बताया कि एक महिला का इस अस्पताल के डॉक्टर द्वारा सफईया किया गया था जिससे उसकी आँत और बच्चेदानी की नस कट गई और महिला की हालत गंभीर है । जिससे अन्य अस्पताल में भर्ती कराया गया है । परिजनों ने तहरीर दिया है । अस्पताल को सीज कर दिया गया है । डॉक्टर व अस्पताल के ऊपर f.i.r. की कार्यवाही की जा रही है ।