कांग्रेस के 10 दिन में 65% वोटरों के लिए 4 वादे

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नई दिल्ली.कांग्रेस लोकसभा चुनाव के ऐलान से करीब एक महीने पहले ही आक्रामक हो गई है। पार्टी अध्यक्ष राहुल गांधी लगातार फ्रंटफुट पर खेल रहे हैं। वह एक के बाद एक आम चुनाव में पार्टी मेनिफेस्टो में शामिल होने वाले बड़े वादों को जनता के बीच ला रहे हैं। इसके लिए वह अलग-अलग राज्य और मंच चुन रहे हैं। एक रैली या सभा में राहुल सिर्फ एक बड़े वादे का ऐलान करते हैं और फिर मोदी सरकार की नाकामियों को एक-एक कर गिनाते हैं।

  1. पिछले 10 दिन में राहुल गांधी या कांग्रेस ने 4 राज्यों में अलग-अलग मंचों से 4 चुनावी वादे किए हैं। इनमें से तीन मुद्दे ऐसे हैं, जो देश की राजनीति में बड़े पैमाने पर असर डालते हैं। इनमें गरीब, आदिवासी और मुस्लिम वोटर सीधे-सीधे जुड़ते हैं। इन तीन वर्गों से करीब 60% से 65% वोटर आते हैं। यह देश की 450 सीटों पर असर डालते हैं। सीएसडीस के सर्वे के मुताबिक 2014 में 10 में से एक मुस्लिम वोटर भाजपा को मिला था। 2018 तक भी 100 में सिर्फ 10 मुस्लिम वोटर का भाजपा की ओर रुझाान था। इनमें 75% महिलाएं शामिल थीं। 2014 में सिर्फ गुजरात, राजस्थान और कर्नाटक में 15% मुस्लिम वोट भाजपा को मिला था। ऐसे में कांग्रेस ने नया कार्ड खेला है।

    • कांग्रेस अल्पसंख्यक सम्मेलन में राहुल की मौजूदगी में असम से सांसद सुष्मिता देब ने कहा कि 2019 में हमारी सरकार बनेगी और हम इस कानून को खारिज कर देंगे।
    • वजह: देश में 16% मुस्लिम वोटर हैं। 17 राज्यों में वे निर्णायक भूमिका में हैं।
    • राहुल ने कालाहांडी में कहा कि छत्तीसगढ़ में टाटा 5 साल में फैक्ट्री नहीं बना सकी तो हमने आदिवािसयों की जमीन वापस करा दी। हम इस मॉडल को पूरे देश में लागू करेंगे।
    • वजह: देश में 8% आदिवासी वोटर हैं, 47 सीटें रिजर्व हैं। 80 सीटों पर असर।
    • रायपुर में किसान सम्मेलन में राहुल गांधी ने कहा कि यदि कांग्रेस 2019 में सत्ता में आती है तो हम प्रत्येक गरीब आदमी को न्यूनतम आमदनी की गारंटी देंगे।
    • वजह: देश में 55 से 60 करोड़ मतदाता किसान और गरीब परिवार से हैं।
    • लोकसभा सीटें: 145 सीटों पर 20% से ज्यादा मुस्लिम वोटर :कांग्रेस ने एक महीने पहले शीतकालीन सत्र में ट्रिपल तलाक बिल का सपोर्ट किया था। पर अब मुकर गई। वजह- आम चुनाव हैं। चूंकि ट्रिपल तलाक कानून का मुस्लिम समाज का बड़ा तबका विरोध करता है। खासकर, मुस्लिम पुरुष। 145 लोकसभा सीटों पर 20% से ज्यादा मुस्लिम वोटर हैं। 38 सीटों पर 30% से ज्यादा मुस्लिम हैं।
    • मुस्लिम राज्य: 8 राज्यों में 15% मुस्लिम वोटर, यहां 244 सीटें :कांग्रेस चुनाव से पहले मुस्लिम बहुल राज्यों में इस समुदाय के वोट बैंक को सहेजना चाहती है। देश में 14% मुस्लिम आबादी रहती है। 8 राज्यों में मुस्लिम आबादी 14% से ज्यादा है। इन राज्यों में 15% से ज्यादा मुस्लिम वोटर और 244 लोकसभा सीटें हैं। 5 में कांग्रेस मजबूत है। 9 राज्यों में 7% से लेकर 13.9% मुस्लिम आबादी है।
    • क्षेत्रीय दल: 7 राज्यों पर फोकस, यहां 80% तक वोट खिसका :कई राज्यों में कुछ साल में मुस्लिम वोट काफी हद तक कांग्रेस के हाथ से छिटक गए। वजह- यहां के क्षेत्रीय दलों का मजबूत होना है। ऐसे में कांग्रेस इन राज्यों में क्षेत्रीय दलों से अपना मुस्लिम वोट बैंक छीनना चाहती है। 7 राज्यों में कांग्रेस का मुस्लिम वोट बैंक 80% तक कम हुआ है। 2014 में यूपी में कांग्रेस को 12% मुस्लिम वोट मिले।
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      राहुल गांधी मेनिफेस्टो के वादे जनता के बीच लाने में जुटे हैं।

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