शाहगंज/सोनभद्र। जिला अस्पताल मुख्यालय से 18 किलोमीटर की दूरी पर जननी सुरक्षा योजना के तहत छ: बेड वाले प्रसव केंद्र प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र शाहगंज जमगांव में संचालित है। जिससे आसपास के सैकड़ों गांवो के प्रसव रोगियों का आना-जाना लगा रहता है
जहां प्रतिदिन महिला ए एन एम के द्वारा प्रसव कराया जाता है ।आक्सीजन सिलेंडर नही होने की वजह से गंभीर स्थिति होने पर जिला अस्पताल रोगियों को भेजना पडता है। अस्पताल के अंदर जहां प्रसव कराया जाता है वहां से खिड़कियों के शीशे नदारद हैं जच्चा और बच्चा दोनों ठंड मे रहने को मजबूर हैं साथ ही एक बेड पूरी तरह ध्वस्त हो चुका है बाकी बचे पांच बेड भी जिर्ण-शिर्ण अवस्था में हैं जो कभी भी टूट सकते हैं और रोगियों को चोट भी लग सकती है।
चिंताजनक बात यह है कि जहां जच्चा बच्चा प्रसव के दौरान काफी नाजुक स्थिति में होते वहीं अस्पताल के अंदर जीवन दायिनी ऑक्सीजन सिलेंडर की व्यवस्था ना होना भी दोनों की जिंदगी के साथ खिलवाड़ है आक्सीजन सिलेंडर काफी वर्षों से खराब पड़े हैं। उच्च अधिकारियों को शीशे की खिड़की टूटी,बेड टुटे एवं खराब ऑक्सीजन सिलेंडर की जानकारी होने के बावजूद भी शायद किसी बड़े घटना का इंतजार है।