नई दिल्ली. वित्त मंत्री पीयूष गोयल शुक्रवार को अंतरिम बजट पेश करेंगे। अरुण जेटली इलाज के लिए अमेरिका में हैं। उनकी जगह गोयल वित्त मंत्रालय का अतिरिक्त प्रभार संभाल रहे हैं। उन्हें पिछले हफ्ते यह जिम्मेदारी दी गई थी। बुधवार शाम तक यह स्पष्ट नहीं था कि अंतरिमबजट जेटली पेश करेंगे या गोयल, क्योंकिकुछ दिन पहले ऐसी रिपोर्ट आई थी कि जेटली के स्वास्थ्य में सुधार हो रहा है और वे जल्द भारत लौटेंगे।
न्यूज एजेंसी ने सूत्रों के हवाले से जानकारी दी कि बजट में पूरे वित्त वर्ष के लिए संभावित आय-व्यय का अनुमान पेश किया जाएगा, लेकिनशुरुआती कुछ महीनों के खर्चे के लिए ही मंजूरी मांगी जाएगी, जैसा कि अंतरिम बजट में होता है।सरकार फिलहाल आर्थिक सर्वेक्षण पेश नहीं करेगी। लोकसभाचुनाव के बाद जो सरकार आएगी, वह जुलाई में आर्थिक सर्वेक्षण और पूर्ण बजट पेश करेगी।
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चुनावी साल में सरकार अंतरिम बजट पेश करती है। लेकिन, इस बार चर्चा थी कि मोदी सरकार 70 साल पुरानी परंपरा को बदल कर पूर्ण बजट पेश कर सकती है। बुधवार को वित्त मंत्रालय के वॉट्सऐप मैसेज से भी भ्रम की स्थिति बन गई थी। मैसेज में कहा गया कि 2019-20 के बजट को अंतरिम नहीं बल्कि आम बजट समझा जाए। हालांकि, बाद में मंत्रालय ने सफाई दी कि यह अंतरिम ही होगा।
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पूर्ण बजट पेश किए जाने की अटकलोंकी वजह से विपक्ष ने भी सरकार पर निशाना साधा था। कांग्रेस ने कहा था कि वह संसद के अंदर और बाहर इसका विरोध करेगी।
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कैबिनेट मंत्री अरुण जेटली के कुछ दिन पहले दिए गए बयान के बाद पूर्ण बजट की चर्चातेज हो गई थी। जेटली ने अमेरिका से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए भारत में एक अवॉर्ड फंक्शन को संबोधित किया था। उस दौरान उन्होंने ऐसे संकेत दिए थे कि सरकार अंतरिम बजट से आगे जा सकती है।
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बजट को लेकर यह चर्चा है कि मोदी सरकार परंपरा के विपरीत आयकर छूट की सीमा बढ़ासकती है। किसानों के लिए राहत पैकेज के ऐलान की भी संभावना है।