दो दिवसीय ग्राम स्वराज्य सम्मेलन का समापन
पंकज सिंह/रोहित सिंह@sncurjanchal
म्योरपुर ब्लॉक के गोविंदपुर स्थित बनवासी सेवा आश्रम के विचित्रा महा कक्ष में आयोजित दो दिवसीय ग्राम स्वराज्य सम्मेलन का समापन गंगा पुत्र और महान पर्यावरण वैज्ञानिक स्वामी ज्ञान स्वरूप सानन्द तथा डॉ रागिनी को श्रधंजलि देने के साथ संपन्न हुआ।इसमें चोपन दुद्धी,म्योरपुर बभनी ब्लॉक के साथ सौ लोगो के अलावा दिल्ली,देहरादून, बंगाल,उड़ीसा,महाराष्ट्र बिहार,छत्तीसगढ़ ,झारखंड,एम पी आदि राज्यो के सामाजिक कार्यकर्ताओं ने प्रतिभाग किया। अध्यक्षता करते हुए साहित्यकार प0 अजय शेखर ने कहा कि स्वामी सानन्द के अधूरे काम पूरा करना है और गंगा को अविरल निर्मल बनाना है तो इसकी शरुआत घर से करना होगा , क्योकि सहायक नदियां प्रदूषित होगी तो उसका असर गंगा पर पड़ेगा।कहा कि गंगा हमारी सांस्कृतिक चेतना का प्रतीक है।मुख्य अतिथि डॉ सुगन बरण्ठ ने कहा कि बाजार से मुक्ति से ही ग्राम स्वराज्य का सपना पूरा होगा।
आह्वान किया कि ग्रामो उद्योग की वस्तुओ का प्रयोग करे और निर्माण की सोचे तो रोजगार भी खड़ा होगा और स्वाभिमान भी बढ़ेगा।कहा कि गांव को जीवित रखना है तो गांव के आधार पर जीवन जीना भी होगा।डॉ अनिल गौतम और प्रतिभा जायसवाल ने कहा कि गंगा का पानी अमृत है और गंगा मां है पर सरकार इस पर गंभीर नही रही ,और स्वामी जी सत्याग्रह करते हुए शरीर त्याग दिया।कहा कि गंगा हमारी संस्कृति है हम सब को सोचना है कि हम उसे सरकार पर छोड़े या बचने के लिए खुद आगे आये।सिंगरौली क्षेत्र में प्रदूषण से उपजी विमारियों की जानकारी दिल्ली से आई वसुधा ने दी।
और कहा कि हम आवश्यकता से 40 फीसदी सांस कम ले पा रहे है। शुभा बहन ने वार्षिक रिपोर्ट प्रस्तुत की और बताया कि 445 ग्राम स्वराज्य सभाओं में गांव को सवालम्बन के लिए प्रयास कर रहे है।उन्होंने उससे जुड़े आंकड़े प्रस्तुत किया। जिला पंचायत सदस्य देवनारायण और दीपक सिंह ने उधोगो द्वारा फैलाये जा रहे प्रदूषण को लेकर चिंता जताया, और प्रदूषण के खिलाफ आवाज उठाने का आह्वान किया। मौके पर वसन्त भाई, मनोज,राम धीरज राम नारायण, मान सिंह,राम प्रसाद,राम पाल् जौहरी,अवध नारायण,प्रभु सिंह,प्रमिला,सविता,मालपानी, वनिता समेत क्षेत्र के ग्राम प्राधान ,सदस्य,आदि उपस्थित रहे।संचालन शिवशरण और धन्यबाद ज्ञापित विमल सिंह ने किया।