सप्तमी पूजन के मौके पर रोचक सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित

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शक्तिनगर ;सोनभद्र। एनटीपीसी लिमिटेड सिंगरौली सुपर थर्मल पावर स्टेषन आवासीय परिसर में षरदीय नवरात्रि के अन्तर्गत शक्ति उपासना का महापर्व भव्य रूप में मनाया जा रहा है । नवरात्रि की सप्तमी तिथि में स्टेशन  के महाप्रबंधक प्रचालन एवं अनुरक्षण श्री आलोक गुप्ता सपत्निक श्रीमती अर्चना गुप्ता शक्ति की आराध्य भगवती दुर्गा की सायंकालीन पूजन के मुख्य यजमान बने  तथा नगाड़े की मंगल कर्ण प्रिय  धुन के सर्व मंगल की कामना करते हुए मध्य भगवती की आरती किया । दुर्गा पूजा के मौके सास्कृतिक कार्यक्रम के अन्तर्गत आवासीय परिसर के निवासियों के अलावा विभिन्न विदयालयों तथा महात्मा गांधी काषी विदयापीठ के छात्र एवं छात्राओं द्वारा  देवी नृत्य देकर उपस्थित जन समुदाय को आनंदित किया । दुर्गा पूजा आयोजन समिति के अध्यक्ष श्री आलोक चंद ठाकुर के नेतृत्व स्थानीय कलाकारों ने विविध सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुति देकर दर्शको की खुब वाहवाही लूटी । आवासीय टाउनशिप के मध्य एवं  पार्किग की सुविधा होने के कारण दर्षकों की भारी उपस्थिति दर्ज हो रही है । दुर्गा पूजा समिति के सचिव ए के श्रीवास्तव ने अवगत कराया है नवरात्रि की अष्टमी तिथि में देवी जागरण का आयोजन  किया जायेगा । एवं नवमी तिथि में विषाल महाप्रसाद भोग का कार्यक्रम निर्धारित है । शक्तिनगर में दशहरा महोत्सव के दौरान परंपरा गत रूप में रामलीला का आयोजन नवरात्रि आरंभ से खेली जा रही है । लीला मंचन के आठवे सोपान पर सीता हरण राम-सुग्रीव की मित्रता तथा वाली वध की लीला खेली गयी । लीला के अनुभवी  एवं मजेमजाये कलाकरों ने लीला की जीवांत प्रस्तुति देकर दर्षकों को लाभान्वित किया  । एक बार माता सीता का साधुवेष धारी रावण के द्वारा अपहरण की लीला के दौरान उपस्थितों को मर्माहत देखा गया । महिला दर्षकों में कुछ पीडा अनुभव किया गया ।लीला की प्रस्तुति इस कदर रहीं की बीना समझाये ही लोभ छोड़ने की सीख छोड प्रदान  की । विदित रहे श्री राम एवं सुग्रीव की मित्रता के सुत्रधार महाबली हनुमान जी ने अपने चार्तुत्य एवं विवेक से एक तरह पीडा में  सफर कर रहे दो लोगो के मध्य ऐसी  स्थायी मित्रता कराते है, जिसका निर्वहन दोनों मित्रों ने  अपने प्राण की परवाह किये बैगर किया जिसमें वैभव  ,पद को कोई स्थान नहीं बल्कि आर्दश मित्रता थी । मित्र धर्म के निर्वहन में श्री राम के हाथो बालि का वध होता है । बालि को श्री राम के संघाति बाण लगते ही लगते ही दर्षकों ने जय श्री राम , जय हनुमान का घोष कर कलाकारों , लीला मंडली का उत्साह बढ़ाया ।सीता हरण , श्री राम की मित्रा की लीला श्री ए के त्रिपाठी …के मुख्य आतिथ्य में खेली  गयी । 

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