संकट मोचन मंदिर के सामने स्टाल लगाकर किया गया भंडारे का आयोजन

ओबरा/सोनभद्र। पर पीड़ा से द्रवित हो महीने में ही सही कम से कम कोई एक दिन तो ऐसा हो जब कोई भूखा न सोये। इसी भाव को लेकर नगर के कुछ युवाओं ने संकल्प लेकर सामर्थ्य अनुसार आपसी सहयोग कर संकट मोचन हनुमान मंदिर के सामने मंगलवार को स्टाल लगाकर भंडारे का आयोजन किया।अभी तो महीने के प्रथम मंगलवार को ही भंडारे का आयोजन कर इसे यथार्थ का रूप प्रदान करते हुए आत्म संतुष्टि का अनुभव करते हुए आलोक शुक्ला ने कहा कि हालांकि यह संकल्प अभी महीने में एक दिन का है लेकिन इसे भविष्य में सप्ताहिक किए जाने का भी प्रस्ताव है।

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उन्होने ने कहा कि नगर के आसपास आदिवासी बाहुल्य क्षेत्र है। आसपास के क्षेत्रों से तमाम लोग दूरदराज से चलकर नगर में अपनी आवश्यकताओं की वस्तुएं खरीदने के लिए आते हैं परंतु संसाधनों के अभाव में उन्हें रात यही रूकना पड़ता है। आर्थिक रूप से कमजोर होने के कारण उन्हें भरपेट भोजन भी उपलब्ध नहीं हो पाता उनके इस पीड़ा को देख कर के हम लोगों ने यह संकल्प लिया है। अभी हम लोग इतने समर्थ  तो नहीं है कि नियमित व्यवस्था कर सके लेकिन कम से कम हम अपनी जेब कटौती करके महीने में एक दिन तो ऐसा कर ही सकते हैं जब घर में कोई भूखा ना सोए।मंदिर प्रांगण में भंडारे का आयोजन करने के पिछे यह मकसद है कि सामर्थ्यवान व्यक्ति भी प्रसाद के नाम निहसंकोच भाव से ग्रहण कर आत्म संतुष्टि का अनुभव करे और इस प्रयास से जुड़ कर के इसे बृहद रूप देने में अपनी भूमिका का निर्वहन करे। लोगों का सहयोग मिलता रहा तो इसे आगे साप्ताहिक किए जाने का प्रयास है। प्रसिध्द नवजात शिशु एवम बालरोग विशेषज्ञ डा प्रशान्त शुक्ला ने अपना सहयोग प्रदान करते हुए कहा कि हर वर्ग के लोगों को बढ़ चढ़ कर इस पुण्य कार्य में हिस्सा लेना चाहिए। अवसर पर संकट मोचन मंदिर के महंत वशिष्ठ दास, आलोक शुक्ला, संतोष गुप्ता, अमित मिश्रा, मनोज तिवारी, राजन चौबे, विनोद गर्ग, मार्कंडेय यादव सहित तमाम युवा संयुक्त रूपसे अपनी भूमिका का निर्वहन करते हुए उपस्थित रहे।

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