लक्ष्मण जी ने सुखनखा का नाक कान काट किया खर दूषण का वध

पंकज सिंह/रोहित सिंह@sncurjanchal

image

म्योरपुर विकास खण्ड के स्थानीय कस्बा में चल रही रामलीला मंचन के 9वे दिन पंचवटी वन में विचरण कर रही सुखनखा का ध्यान प्रभु श्री राम तथा भैया लक्ष्मण तथा माता सीता पर जाता है उन्हें देख सुखनखा के मन मे ख्याल आता है क्यो न मैं इस सुन्दर राज कुमार से विवाह कर लूं सुखनखा अपनी बातों को प्रभु श्री राम से शादी करने को कहती है सुखनखा कि बातों को सुन कर प्रभु श्री राम कहते है कि हम पहले से ही शादी शुदा है तुम लक्ष्मण के पास जाओ जैसे ही सुखनखा लक्ष्मण जी पास जाती है लक्ष्मण सुखनखा का नाक कान काट देते है अपना कटा नाक कान देख सुखनखा राम लक्ष्मण से बदला लेने के लिये अपने भाई खर दूषण तीसरा के पास जाती तथा उनके दरबार मे पहुच ब्यथा बताती है बहन का कटा नाक कान देख तीनो क्रोधित होते है तथा सुखनखा के साथ पांचवटी को जाते है पंचवटी पहुच श्री राम से युद्ध करते है तथा तीनो भाई युद्ध मे बिरगति को  प्राप्त करते है भाइयो को मृत देख सुखनखा अपने मामा रावण के पास जाती है रावण दरबार पहुच सुखनखा रावण से अपनी ब्यथा बताती है चारो वेदों का ज्ञानी रावण सुखनखा से कहता है तुमने ये बात खर दूषण तीसरा से नही बताई रावण की इन बातों का जबाब देते सुखनखा बताती है मैन अपने भाइयों से जाकर बताया था तथा मेरे तीनो भाइयो को उन तपसी बनवासीयो में मार दिया खर दूषण की मौत की खबर सुन रावण तुंरन्त जान जाता है कि रामा अवतार हो गया है क्यो न मैं आभी को प्रभु के हाथों मरवाकर उन्हें मोछ की प्राप्ति करा दु रावण मन ही मन मे सोचता है कि राम से बैर की भाव ही रखूंगा जिससे मेरे कुल के सभी राक्षसों को मोछ की प्राप्ति हो सके इस दौरान लीला का आनन्द किरीब 3 हजार लोगो ने लिया ब्यास की भूमिका में नन्दलाल गुप्ता नजर आए मंच डायरेक्टर में आशीष अग्रहरि,व अजय अग्रहरि नजर आए वही कमेटी के अध्यक्ष वीरेंद्र सोनी,उपाध्यक्ष जितेंद्र गुप्ता,कोषाध्यक्ष पंकज सिंह,सहकोषाध्यक्ष अंकित जायसवाल,मंत्री सन्दीप अग्रहरि,महा मंत्री जितेंद्र अग्रहरि,राहुल जायसवाल देर रात तक रामलीला ग्राउंड में डटे रहे।

image

image

Translate »