नदी की धारा मोड़ने से जलीय जंतु को नुकसान

मुवावजा नहीं तो सड़क नही देगे किसान
*जहाँ का है पट्टा वहाँ से उठान हो बालू

कोन/सोनभद्र-(नवीन चंद्र)-बरमोरी बालू साइट पर किसानों ने काश्त की जमीन से सड़क नहीं बनाने का लिया फैसला किसानों का कहना है कि बालू साइड नगवा ब्लाक के बरमोरी गांव से पट्टा हुआ है जो सोन नदी के दूसरी तरफ है जिस तरफ बालू ठीकेदार जाना नहीं जानते है जबकि ग्राम पंचायत हर्रा से होकर गुजर रहे ट्रक से उड़ रहे धूल से जहाँ फसल बर्बाद हो रहे है वही ठीकेदार द्वारा पिछले वर्ष जबरजस्ती सड़क निर्माण कर किसानों की जमीन खराब कर दिया था वही नदी में अस्थाई पुल बना कर नदी में बड़े मशीन की आवाज व धारा रोकने से जहाँ पर्यावरण को नुकसान हो रहा है वही जलीय जंतु को भी खतरा मंडरा रहा है  वही ठीकेदार द्वारा काफी किसानों की मान मनोवल के बाद किसानों ने ग्राम प्रधान प्रतिनिधि गोपाल प्रसाद की अगुवाई में  सात सदस्यी टीम बना कर ठीकेदार को अपना फैसला सुनाया जिसमे जिन किसानों की जमीन सड़क के लिए ठीकेदार अनुबंध करेगा उसको अपने यहाँ काम देगा व 8 लाख रुपये बीघा की दर से किसानों की मुवावजा देगा तो सड़क की जमीन देगे नही तो जहाँ का पट्टा है वहाँ से ठीकेदार अपनी बालू ले जाय वही ठीकेदार के तरफ से पहुचे आजाद सिंह,राजकुमार ने किसानों की समस्या अपने कम्पनी में रखने की बात कही वही अभी तक कोई स्थाई हल नही निकल पाया था इस टीम में मोतीलाल गोड, हरिदास निषाद,जगरनाथ जायसवाल,अरुण कुमार पासवान,मुन्नी लाल आदि मौजूद रहे

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