सोनभद्र(सीके मिश्रा/रवि पांडेय)प्रदेश सरकार विद्युत व्यवस्था को सुधारने के लिए लगातार प्रयासरत है जिले में विद्युत व्यवस्था सही हो सके और चुनाव में किये गए 24 घंटे बिजली देने के वादों को पूरा किया जा सके जिसको लेकर मुख्यमंत्री ने जिले का दौरा किया और विभिन्न बिजली परियोजनाओं का शिल्यान्यास लोकार्पण किया लेकिन विभागीय लापरवाही के चलते कार्य अधूरे ही रह जाते है।जनपद के अति नक्सल ब्लाक नगवां इलाके में रामपुर सब स्टेशन पिछले 6 वर्षों से निर्माणाधीन है। इसके निर्माण को लेकर नगवां ब्लाक के प्रमुख सहित ग्रामीणों ने आलाधिकारियों से गुहार लगाई लेकिन सब स्टेशन के निर्माण में गति नही आई।
वही नगवां ब्लाक के अति नक्सल प्रभावित गांव रामपुर में एक सब स्टेशन का शिलान्यास तत्कालीन विधायक अविनाश कुशवाहा द्वारा किया गया था।जिसकी प्राकलन लागत साढ़े तीन करोड़ रुपये से अधिक की थी लेकिन 6 वर्ष बीत जाने के बाद भी अभी तक सब स्टेशन नही बन पाया है।जिसके कारण नक्सल क्षेत्र के रामपुर, बरकोनिया समेत दर्जनो से अधिक गाँवो के बिजली सप्लाई दूबेपुर सब स्टेशन से होती है जिसकी दूरी लगभग 80 किलोमीटर है जिसके कारण आये दिन बिजली फाल्ट में रहती है । वही स्थानीय लोगो का कहना है कि कई सालों ने सब स्टेशन के निर्माण चल रहा है अब किन कारणों से काम नही चल रहा है यहां तो अधिकारी आते है और चले जाते है । वही विभाग का कहना है कि रामपुर सब स्टेशन को तीन माह के अंदर शुरू कर दिया जाएगा इसके साथ ऊँचडीह और घुवास सब स्टेशन को भी शुरू कर दिया जाएगा।
बताते चले कि प्रधानमंत्री का यह कहना कि देश में दिसम्बर 2018 तक हर घर को बिजली पहुच जाएगी लेकिन प्रधानमंत्री का यह दावा सोनभद्र के अति नक्सल प्रभावित नगवां ब्लाक में फेल होता जनर आता है । रामपुर बरकोनिया थाना इलाके के रामपुर गांव में 33 / 11 रामपुर सब स्टेशन का निर्माण पिछले 6 वर्षों से चल रहा है। इस सब स्टेशन के निर्माण को लेकर स्थानीय लोगो ने जिले की प्रभारी मंत्री से भी गुहार लगाई फिर भी इसके निर्माण में कोई प्रगति नही हुई।
वही ग्रामीण चौकीदार राम समझ का कहना है कि इस सब स्टेशन पर वह 6 वर्षों से गार्ड का काम कर रहा है इसके निर्माण को लेकर अधिकारी आते है और देखकर चले जाते है ।
वही ब्लाक प्रमुख नगवां प्रशांत सिंह ने बताया कि विभाग की उदासीनता के कारण रामपुर का सब स्टेशन वर्ष 2013 से निर्माणाधीन है।जिसकी प्राकलन लागत साढ़े तीन करोड़ रुपये से अधिक है लेकिन अभी तक नही बन पाया इसको लेकर बैठक में कई बार शिकायत की गई लेकिन कोई कार्यवाही नही की गई। वही नक्सल क्षेत्र होने के कारण बिजली की घर घर होना चाहिए लेकिन सब स्टेशन बनकर तैयार तो है। इसे बिजली देने के लिए दूबेपुर वैनी से जिसकी दूरी लगभग 70 से 80 किलोमीटर से दिया जाना है जिसमे अत्यधिक समय लगेगा। जबकि जिले की प्रभारी मंत्री ने आश्वासन दिया है कि नवम्बर तक सब स्टेशन पूरी तरह से संचालित हो जाएगा।
इस पूरे मामले पर अधिशाषी अभियंता विधुत वितरण खंड राबर्ट्सगंज ए0के0 सिंह ने बताया रामपुर सब स्टेशन 90 प्रतिशत बन कर तैयार हो गया है जिसको नई बाजार से जोड़ा जाएगा। नई बाजार में जमीन अधिग्रहण में दिक्कत थी जिसको लेकर देर हुई लेकिन जमीन मिल गयी है बहुत जल्द ही रामपुर को चालू कर दिया जाएगा। इसके अलावा ऊचडीह सब स्टेशन बन कर तैयार है जिसे एक सप्ताह के अंदर चालू करा दिया जाएगा, घुवास सब स्टेशन भी बहुत जल्दी चालू करा दिया जाएगा।