भूमि अधिकार और वनाधिकार की उठी आवाज

– भूमि अधिकार और वनाधिकार की उठी आवाज ।
– लाल झंडे के बैनर तले क्षेत्रीय किसानों और आदिवासियों की हक के लिए हुई लामबंदी।

सोनभद्र(रवि पांडेय) भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के बैनर तले अमिला मोड़ के पास सैकड़ों की संख्या में क्षेत्रीय किसानों  और आदिवासियों नें बैठक कर गर्वमेंट ग्रांड की जमींन पर वर्षो से आबाद यहॉ के मूल वासिंदो नें स्वयं की भूमि पर मालिकाना हक और मौलिक अधिकारों  के तहत अधिकार दिये जाने के सवाल को लेकर विचार किया ,और वहीं उपस्थित आदिवासी और गरीबों ने भी वनाधिकार के तहत पट्टा दिये जाने के संबंध में भी सवाल खड़ा किया ।

image

आदिवासियों का आरोप रहा कि हम जिस जमींन पर वर्षो से रह कर और अपने जीवन के निर्वाह के लिए जोत कोड़ कर खेती बारी करते आ रहे हैं वहॉ वन विभाग के कर्मचारी आये दिन धौंस जमा कर हमें परेशान करते हैं साथ ही घर की महिलाओं और बच्चों के साथ भी दुर्व्यवहार करने से भी बाज नहीं आते, जबकि हम गरीब और सीधे साधे लोग अपने रोजमर्रा के लिए संधर्ष करते आ रहे हैं और वहीं पर लोग पूर्णत: वन और खनीज संपदा को क्षति पहुंचाते हुए बोल्डर और बालू का खुलेआम अवैध खनन कर रहें हैं जिसे वन विभाग और पूलिस विभाग के लोग खुला संरक्षण दे रखें है ,इस तरह की दोहरी नीति कत्तई बर्दास्त करने योग्य नहीं है।

image

  इस बैठक में सीपीआई के नेताओं नें सम्बोधित किया ।  जहॉ वक्ताओं नें भूमि अधिकार और वनाधिकार को लेकर लोगो में लामबंदी और आंदोलन में तेजी लाने की बात कही । इस मौके पर प्मुख रुप से कामरेड रामरक्षा, का० आर के शर्मा, का०अमर नाथ सूर्य, का० प्रेम चंद्र गुप्ता, राज कुमार यादव उर्फ टप्पू यादव, हृदया नंद गुप्ता ,नाथूराम चेरो, रामविलास गोंड़, रविन्द्र यादव, फूलमती कोल, बैजनाथ, शान्ती देवी, आदि मौजुद रहे ।  कार्यक्रम की अध्यक्षता कामरेड बुद्धिसेन मिश्रा और संचालन रविन्दर मौर्या  ने किया ।

Translate »