आज भी मूलभूत सुविधाओं से वंचित है ढ़ेरहवा टोला के लोग

सोनभद्र/कोन(नवीन चंद्र)चोपन ब्लॉक के कोटा ग्रामसभा के ढेरहवा टोला के लोग आज भी सरकारी योजनाओं से अनजान है ,उनको सरकार की किसी योजना का लाभ आज तक नही मिला ।

image

आजादी के 71 वर्ष के बावजूद किसी सरकार के प्रतिनिधि ने आज तक इस गाँव की सुधि नही लिया ,कुछ लोग जाते है तो बस केवल चुनाव के समय ही,उसके बाद वहा पर कोई नही पहुँचता।इसलिए यहाँ के लोग किसी बाहरी पर विश्वास नही कर पाते कि क्योंकि उनके साथ राजनैतिक पार्टियों के लोगो ने केवल छ्ल किया है।

image

मुख्य सड़क से 15 किलोमीटर दूर कनहर नदी के किनारे स्थित इस टोले में लगभग 30 घर खरवार बिरादरी के लोग और 4 घर हरिजन बिरादरी के लोग रहते है ।इस अनुसूचित जाति, और अनुसूचित जनजाति बस्ती में आज भी मूलभूत सुविधाओं का अभाव है ।

image

गाँव के सबसे बुजुर्ग पुरुष नन्हकू खरवार और शोभनाथ खरवार बताते है कि इस गाँव में इतने घर होने के बावजूद केवल एक आवास बना है वह भी पूर्ण नही हुआ है।ना तो आज तक पानी पीने के लिए हैंडपंप लगा और ना ही कोई सहारा ,केवल नदी से पानी लाकर पीने व नहाने में उपयोग करते है।गाँव की बुटली खरवार बताती है कि हमलोगों को वृद्धा पेंशन योजना का भी लाभ नही मिलता हैं।विधवा पेंशन भी लोगो को नही मिलता है।सड़क तो कच्ची है वह भी बरसात के दिनों में दुर्गम हो जाता है ।प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना का लाभ आज तक नही मिला है।80 प्रतिशत लोगो को राशनकार्ड की सुविधा नहीं है। विद्युतीकरण भी नहीं हुआ है।भारतीय जनता पार्टी के पूर्व जिला महामंत्री सुरेन्द्र अग्रहरि ने इस टोले में जाकर आज जायजा लिया कि आजादी के 71 वर्षों के बावजूद केन्द्र और प्रदेश सरकार की किसी योजनाओं का लाभ लोगो तक पहुंच रहा है या नही ।

image

पंडित दीनदयाल उपाध्याय जी का जो सपना था कि हर गरीब तक सरकार की योजनाओं का लाभ पहुँचे ,उस पर सरकार के अधिकारी कहाँ तक अपनी योजनाओं को पंहुचा रहे है?और किन किन क्षेत्रो में क्या कर रहे है?इस टोले में जाकर जब पूर्व जिला महामंत्री सुरेंद्र अग्रहरि ने जानकारी किया तब वहां के लोगो ने अपनी पूरी पीड़ा बया की।स्वास्थ्य, शिक्षा, सड़क, राशनकार्ड, हैंडपंप कुछ भी सुविधा न होने की बात बताई।इस पर अग्रहरि ने सांसद छोटेलाल खरवार, जिलाधिकारी अमित कुमार सिंह, से सेलफोन पर जानकारी दिया और लोगो को आश्वस्त किया कि जल्द ही इस टोले की समस्या का समाधान कराया जाएगा ।

Translate »