गुरमा/सोनभद्र(मोहन गुप्ता)राबर्ट्सगंज विकास खण्ड क्षेत्र के अन्तर्गत सोनपम्प नहर व्दितिय चरण अवई सलखन पम्प हाउस 18 जुलाई मंगलवार को 3:50 बजे भोर में बिजली सप्लाई बन्द होने के साथ स्केप गेट पर कर्मचारियों के न रहने के कारण पुरा पम्प हाउस पानी से डूब गया। जिसमें करोणों की लागत से लगी बङी-बङी मशीने पानी से प्रभावित हो गयी हैं।इस पम्प हाउस से पानी निकालने में पम्पी सेट से लगभग 14 से 16 घन्टे लग सकते है।पानी निकालने के बाद छ: मशीनों के मोटर मेगर बैलु देखने के बाद कम से कम एक सप्ताह का समय लग सकता है अपने क्षमता से मशीन चलने में।
इन दिनो किसानों की धान फसल की नर्सरी तैयार हो रही है जिसे पानी की नितान्त आवश्यकता है।नहर का पानी बन्द होने से जनपद के किसान जहा प्रभावित होगे वहीं मङिहान-मिर्ज़ापुर के भी किसान प्रभावित होगें।
इसे अधिकारियों की लापरवाही कहेंगे या कर्मचारियों की चूक।
आज भी सोनपम्प नहर में कर्मचारियों के अभाव में मशीने बेलदार मेठ चौकीदार के सहारे चलाया जा रहा है।जिसकी खामिया आज गरीब किसान भुगत रहे है।
मजेदार बात यह है कि इस सोन पम्प नहर संचालन में ओबरा बाध प्रखण्ड ओबरा सिविल विभाग कर्मचारियों का कार्यभार देखता है।दुसरा विभाग बनारस में बैठे सोन यांत्रिक निर्माण खण्ड वाराणसी देखता है।दोनो विभाग में आपसी ताल मेल का अभाव साफ़ दिखता है।
उक्त घटना कि सुचना सम्बन्धित अधिकारियों को कर्मचारियों व्दारा अवगत कराये जाने के बाद भी दोपहर तक कोई अधिकारी मौके पर नहीं पहुचा था।
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