सिगरौली।कंपनी के निगाही क्षेत्र में 100 टन की क्षमता के डम्परों को निदेशक (तकनीकी/परियोजना एवं योजना) श्री पी. एम. प्रसाद ने किया राष्ट्र को समर्पित
नॉर्दर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड (एनसीएल) के मशीनी बेड़े में 100 टन की क्षमता के 6 नए डंपर सोमवार को शामिल हुए। निगाही कोयला क्षेत्र में इन डंपरों को कंपनी के निदेशक (तकनीकी/परियोजना एवं योजना) श्री पी.एम. प्रसाद ने राष्ट्र को समर्पित किया। निगाही के ओल्ड वर्कशॉप में आयोजित एक संक्षिप्त समारोह में श्री प्रसाद ने हरी झंडी दिखाकर डंपरों को खदान में रवाना किया, जहां डंपरों ने कोयला उत्पादन प्रक्रिया में अपना योगदान शुरू कर दिया। इस अवसर पर श्री प्रसाद ने कहा कि एनसीएल के बेड़े में नए डंपरों के शामिल होने से कंपनी के कोयला उत्पादन एवं उत्पादकता को नई उड़ान मिलेगी।
कार्यक्रम में निगाही क्षेत्र के महाप्रबंधक श्री ए.के. चौधरी, जयंत के महाप्रबंधक श्री चंचल गोस्वामी, महाप्रबंधक (उत्खनन) श्री ए.के. त्रिपाठी, सीडब्ल्यूएस के महाप्रबंधक श्री एस. सी. वत्स, निगाही के परियोजना अधिकारी श्री एच. दुहान सहित बड़ी संख्या में कंपनी के अधिकारी-कर्मचारी शामिल हुए।
गौरतलब है कि एनसीएल ने हाल ही में 103 डम्परों की खरीद का ऑर्डर दिया था। इस ऑर्डर की पहली खेप में कंपनी को 08 डम्परों की सप्लाई की गई है, जिनमें से 6 की कमिशनिंग कर निगाही परियोजना में सोमवार को राष्ट्र को समर्मित किया गया है तथा 2 की कमिशनिंग का कार्य अमलोरी में चल रहा है, जिसे जल्द ही राष्ट्र को समर्पित कर दिया जाएगा। आने वाले समय में शेष डम्परों की सप्लाई की जाती रहेगी, जिन्हें आवश्यकतानुसार कंपनी के कोयला क्षेत्रों जयंत में 39, अमलोरी में 16, निगाही में 10, दुधीचुआ में 9, खड़िया में 7, ककरी में 10, बीना में 2 और झिंगुरदा में 10 डम्पर इस्तेमाल किए जाएंगे।
दुधीचुआ को मिला नया साइलो
कंपनी की दुधीचुआ परियोजना के कोल हैंडलिंग प्लांट (सीएचपी) में सोमवार को नए साइलो को राष्ट्र को समर्पित किया गया। पूर्व मध्य रेलवे के महाप्रबंधक श्री एल. सी. त्रिवेदी ने बतौर मुख्य अतिथि इस साइलो को राष्ट्र को समर्पित किया। इस साइलो के कार्यरत होने से दुधीचुआ से होने वाले कोयले की सप्लाई को और गति मिलेगी। इस अवसर पर कंपनी के निदेशक (तकनीकी/परियोजना एवं योजना) श्री पी.एम. प्रसाद, दुधीचुआ के महाप्रबंधक श्री विपिन कुमार सहित परियोजना के अधिकारी-कर्मचारी उपस्थित थे।