विजया दशमी का पावन पर्ब मानव मूल्यों एवं आदर्शो का प्रतीक- आरपी सिंह

बुराई की हार और अच्छाई की जीत हुई।

अनपरा सोनभद्र। विजयदशमी पावन पर्ब के दिन हिण्डालको रेणुसागर में बुराई का प्रतीक रावण अंततः हार गया। आदित्य विडला इंटर कालेज के मैदान पर हजारों की संख्या में मौके के साक्षी बने नागरिकों के समक्ष विशालकाय रावण के पुतले का दहन किया गया।

रामलीला समिति के अध्यक्ष नवींद्र पाठक के दिशा -निर्देशन में रामलीला मंचन में रावण का बध की लीला की गई। वही रावण को तीर लगते ही नागरिकों ने भगवान श्रीराम, लक्ष्मण, हनुमान जी की जय के गगनभेदी नारे लगाये व विविध प्रकार की आतिशबाजी से पूरा मैदान गूंज उठा। इसके पूर्व कार्यक्रम के मुख्य अतिथि रेनूसागर पावर डिवीजन के यूनिट हेड आरपी सिंह सपत्नीक इंदु सिंह ने भगवान श्रीराम लक्ष्मण,

हनुमान जी को तिलक लगाकर आरती उतारी। उन्होनें कहा कि हिंसा पर अहिंसा की जीत , बुराई पर अच्छाई एवं असत्य पर सत्य की जीत के रूप मे यह विजया दशमी पर्ब मानव मूल्यों एवं आदर्शो का प्रतीक है। यह समाज को सच्चाई , नैतिकता एवं मर्यादापूर्ण व्यवहार करने की प्रेरणा देता है। रावण जैसे प्रकांड विद्वान व वैभव से भरपूर राजा को अमानवीय व अनैतिक कार्यो की वजह से प्राण गवाना पड़ा इसीलिए भगवान राम के आदर्श आज भी प्रासंगिक है। उन्होने रामलीला समिति अध्यक्ष नवींद्र पाठक व कलाकारों के अभिनय की तारीफ करते हुये उपस्थित विशाल जन समुदाय को दशहरे की बधाई दी। इस मौके पर दिशिता महिला मंडल की वरिष्ठ सदस्या इंदू सिंह व एवं हिंडालको रेनुसागर के संचालन विभाग हेड मनीष जैन ,शैलेश विक्रम सिंह ,संजय श्रीमाली, मनु अरोरा,विभु पात्रा, दीपक पांडेय ,अरविंद सिंह ,संदीप यावले, मनीष सिंह,मृदुल भारद्वाज सहित सभी विभागाध्यक्ष, उपनिरीक्षक चौकी प्रभारी रेनुसागर संतोष सिंह ,सतनाम सिंह सहित भारी संख्या लोग उपस्थित रहे।
सोनभद्र से संजय द्विवेदी की रिपोर्ट

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