सोनभद्र(सर्वेश श्रीवास्तव)। उत्तम पतिव्रता नारी के पति को कोई नहीं मार सकता उक्त बातें श्री अचलेश्वर महादेव मंदिर फाउंडेशन के 57 वें स्थापना दिवस पर आयोजित पांच दिवसीय मानस प्रवचन के दूसरे दिन सोमवार को कथावाचक आचार्य बृजेश दिक्षित ने कही। श्री अचलेश्वर महादेव मंदिर फाउंडेशन स्थापना दिवस के मंगल अवसर पर मानस परिवार समिति द्वारा आयोजित नवाह्न पारायण यज्ञ,
रुद्राभिषेक व पांच दिवसीय मानस कथा के दूसरे दिन जबलपुर से पधारे कथावाचक मानस मर्मज्ञ आचार्य बृजेश दिक्षित ने कहा कि पति को पतन से बचाने वाली स्त्री को पत्नी कहते हैं ।वेद , पुराण,संत सभी का कहना है कि संसार में सुचरित्रा, सती, साध्वी, और पतिव्रता यह चार प्रकार की स्त्रियां होती हैं। जिसमें उत्तम पतिव्रता स्त्री के पति को कोई नहीं मार सकता अपितु माता सीता उत्तम बधु व मर्यादा
पुरुषोत्तम भगवान राम उत्तम पुरुष हैं। कथा के वर्णन में माता अनुसुइया व सतरूपा के गुणों का बखान किया कथावाचक श्री दिक्षित के मुखारविंद से श्री राम कथा सुन श्रोता भावविभोर हो उठे। प्रभु श्रीराम की सुंदर प्रसंगों को सुनकर श्रद्धालुओं के हृदय में भाव की गंगा प्रवाहित हुई।कथा विराम होने के बाद श्री रामायण जी की आरती के बाद प्रसाद वितरण किया गया। कार्यक्रम का संचालन पंडित राजेश मिश्र ने किया। इस दौरान इस दौरान मंदिर के महंत पंडित मुरली तिवारी,मानस सेवा समिति के अध्यक्ष नीरज पाठक, राजवंश चौबे, संतोष त्रिपाठी, ओमप्रकाश तिवारी,इंदु शर्मा, गिरीश तिवारी आदि लोग मौजूद रहे।