रमेश कुशवाहा
घोरावल-सोनभद्र- तहसील घोरावल की समस्याओं को लेकर शनिवार को संपूर्ण समाधान दिवस में तहसील अधिवक्ता समिति और दी घोरावल बार एसोसिएशन के अधिवक्ताओं ने जिलाधिकारी को पांच सूत्रीय ज्ञापन सौंपा। अधिवक्ताओं ने तहसील में व्याप्त समस्याओं के निराकरण की मांग करते हुए ज्ञापन में बताया की घोरावल तहसील में खतौनी में आदेश का अंकन समय बद्ध ढंग से नहीं हो रहा है जिसे कराया जाना आवश्यक है। खतौनी का रियल टाइम खतौनी
तैयार करते समय अंश गलत लिख दिया जा रहा है, तथा तमाम त्रुटियों के साथ खतौनी तैयार कर दी जा रही है जिसका निराकरण नहीं किया जा रहा है, साथ ही अंश निर्धारण काफी विलंब से किया जा रहा है। खतौनी में आदेश का अंकन समय से न होने के कारण तमाम विवाद उत्पन्न हो जा रहे हैं जिसे दूर कराया जाए l तहसील घोरावल में लिपिक संवर्ग के कई पद रिक्त हैं जिसमें उपजिलाधिकारी कार्यालय में स्टोनों का पद व न्यायालय में अल अहमद का पद रिक्त है l अतिरिक्त अन्य लिपिक से कार्य लेकर कराया जा रहा है जिस कारण समय से कार्य नहीं हो पा रहा है। इसके साथ ही अन्य रिक्त पदों को पूर्ण किया जाना आवश्यक है। उत्तर प्रदेश राजस्व संहिता की धारा 76 (2) के तहत 5 वर्ष की मियाद पूरी कर चुके असंक्रमणीय भूमिधर के काश्तकारों को अभियान चलाकर संक्रमणीय भूमिधर घोषित कराया जाए। इस मौके पर दी घोरावल बार एसोसिएशन के अध्यक्ष प्रयाग दास, तहसील अधिवक्ता समिति के अध्यक्ष आदिनाथ मिश्रा, पूर्व अध्यक्ष इनामुल हक अंसारी, पूर्व अध्यक्ष राजेंद्र पाठक, प्रफुल्ल पाठक, गोविंद नारायण झा, जय सिंह मौर्य के साथ तमाम विद्वान अधिवक्ता मौजूद रहे।