रामगढ़ की छाई धमाल मचा रखी है
पुलिस प्रशासन की सरपरस्ती में चल रहा कोयले में छाई के मिलावट का कारोबार
डीएस द्वारा कोयला मिलावट के चर्चा का बाजार गर्म, कार्यवाही को लेकर सिगरौली पुलिस पर उठ रहे सवालिया निशान?
सिगरौली।रामगढ़ की छाई धमाल मचा रखी है, मोरवा व महदेइया कोल यार्ड में कोयले के काले खेल में फिर शुरू हुआ मिलावट का गोरखधंधा में डीएस ट्रांसपोर्ट सुर्खियों में है। सिंगरौली जिले में पावर संयंत्रों को भेजे जाने वाले कोयला के मामले में विगत दिनों से मिलावट माफियाओं के द्वारा भारी हानि पहुंचाई जा रही है। मिलावट खोरी के इस काम में एक तरफ जहां मिलावटखोरों की चादी हो रही है। वही हो रहे सोशल मीडिया पर वयरल को देखे तो डीएस का नाम खूब उछल रहा है। कोयला आधारित विद्युत संयंत्रों को चलाने वाली कंपनियों को करोड़ों रुपए के राजस्व की क्षति पहुंच रही है। सफेदपोश धारी कोयले में मिलावट के इस काले खेल के मास्टरमाइंड हो चले हैं। कोयले के काले रंग की तरह इन सफेद पोस के द्वारा मिलावट खोरी का खेल लंबे
अरसे से किया जा रहा है। भले ही यह सफेद पोशाक वाले हो परंतु उनके हाथ कोयले की तरह काले हो चुके हैं। अपने रसूक के कारण इन पर प्रशासनिक सरपरस्ती की बात से भी इनकार नहीं किया जा सकता है। जाहिर सी बात है इतने बड़े खेल को अंजाम देने के लिए राजनैतिक सरपरस्ती का होना भी बेहद आवश्यक है। सूत्र तो भाजपा नेताओं
के साथ सांठगांठ की बात को भी कोयले में छाई और डस्ट के मिलावट की जोरदार किया जा रहा है। वही सोशल मीडिया पर वायरल के बावजूद सिगरौली पुलिस कार्यवाही करने से क्यों मौन है इन दिनों सवालिया निशान उठ रहे है।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार कोयले में मिलावट का खेल शुरू करवाने में मोरवा थाने में पदस्थ एक प्रधान आरक्षक की महत्वपूर्ण भूमिका बताई जा रही है इनके ही इशारे पर गिरोह के मास्टरमाइंड मिलावट खोरी के खेल को अंजाम देना शुरू कर चुके हैं। सूत्र बताते हैं कि मिलावट खोरी का यह पूरा खेल करोड़ के आसपास की एक लंबी डील के साथ में होने जा रहा है। ऐसे में अंदाजा लगाया जा सकता है कि कोयले में मिलावट का यह खेल कितने व्यापक स्तर पर फैल चुका है। हालांकि नए पुलिस कप्तान के आने के बाद मिलावटखोरों के मंसूबों पर कोई असर नही छोड़ा। इस सम्बंध जिलाधिकारी सिगरौली चंद्रशेखर शुक्ला ने कहा कि इस गोरखधंधा में शामिल किसी को बक्सा नही जाएगा।