शाहगंज-सोनभद्र(सर्वेश कुमार)। कर्बला की जंग व उसमें शहीद हुए इमाम हुसैन व उनके 72 शहिदो की याद में बुधवार को शाहगंज बाजार, खजुरी खुर्द, उसरी कला, किंगरी, बनौरा सहित आदि स्थानों पर मुस्लिम समुदाय के लोगों द्वारा मातम जुलूस निकाला गया। मोहर्रम पर निकले इस जुलूस में महिलाएं, पुरूष व बच्चे शामिल हुए और बड़ों के अलावा छोटे बच्चें भी सीना पीट पीटकर हुसैन या हुसैन की नारें लगा रहे थे जिससे

पूरा क्षेत्र गूंज रहा था। वहीं विभिन्न जगहों से ताजिया जुलूस भी निकाला गया जो गांव, गली, चौक-चौराहें व सड़कों पर रुककर कर इमाम हुसैन की शहादत की कहानी बयां कर रहे थे जिसमे लाठियां भांजकर अपना करतब दिखा रहे थे। जुलूस में शामिल वरिष्ठ लोगों ने बताया कि करीब 1400 वर्ष पहले इराक में यजीद नाम का जालिम

बादशाह इंसानियत का दुश्मन था। यजीद खुद को खलीफा मानता था। वह जनता पर हद से ज्यादा जुल्म किया करता था। वह चाहता था कि हजरत इमाम हुसैन उसके खेमे में शामिल हो जाएं लेकिन हुसैन को यह मंजूर नहीं था उन्होंने अत्याचार के खिलाफ आवाज उठाई यजीद ने तीन दिनों से भूखे-प्यासे इमाम हुसैन व उनके साथियों को कर्बला में

शहीद कर दिया। हुसैन के छह माह के बेटे अली असगर को भी शहीद कर दिया। घर की औरतें व बड़े बेटे इमाम सज्जाद को गिरफ्तार कर लिया। इसी की याद में यह मुहर्रम का त्यौहार मनाया जाता हैं। चाक चौबंद सुरक्षा के मद्देनजर थाना प्रभारी निरीक्षक बंदना सिंह, चौकी प्रभारी शाहगंज, थाना उपनिरीक्षक मय फ़ोर्स पूरे क्षेत्र का भ्रमण करते नजर आए जिससे किसी भी प्रकार की समस्या न आने पाए। इस दौरान रसूल खान, ईरशान, इरफ़ान, मन्ना खान, मुख्तार अहमद, सलीम खान, मीर हसन, मंसूर आलम, अफरोज, असफाक, मोहम्मद अली, परवेज, आलम, रियाज आदि लोग शामिल रहे।
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