जब-जब देश में वोट पड़ेगा बाबूजी, झंडा उनका खूब गड़ेगा बाबूजी

सोनभद्र। परियों वाला ख्वाब दिखाया जाएगा, चौबीस घंटे गाल बजाया जाएगा। बरसाती मेंढक बनकर टर्राएंगे, एक दूजे के सौ सौ ऐब गिनाएंगे, कौन कहां पर सुलह करेगा, कौन लड़ेगा बाबूजी जब जब देश में वोट पड़ेगा बाबूजी, हार जीत का समीकरण समझाएंगे, लिस्ट विरोधी नामों की बनवाएंगे, किसकी खाट खड़ी होगी इस साजिश में, यह परिणाम निकलने पर बतलाएंगे इस तूफान में कौन उड़ेगा कौन बचेगा बाबूजी,‌ जब जब देश मे वोट पड़ेगा बाबूजी ।

रचना तिवारी, सोनभद्र (यूपी)

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