ताकि दिव्यांग बच्चो को प्राथमिक शिक्षा से उच्च शिक्षा तक गुणवत्ता पूर्ण शिक्षा सुगमता से दी जा सके
रिपोर्ट सुरभि चतुर्वेदी
वाराणसी। उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल अपने दो दिवसीय वाराणसी दौरे के दौरान शुक्रवार को सर्किट हाउस में अधिकारियों से बैठक कर दिव्यांग बच्चों को विद्यालयों में सुगमता के साथ शिक्षा दिए जाने हेतु प्रभावी एवं कारगर कार्य योजना तैयार कर उसको प्राथमिकता के साथ मूर्त रूप दिए जाने का निर्देश दिया। ताकि दिव्यांग बच्चो को प्राथमिक शिक्षा से उच्च शिक्षा तक गुणवत्ता पूर्ण शिक्षा सुगमता से दी जा सके। राज्यपाल आनंदीबेन पटेल द्वारा निर्देशित किया गया कि कक्षा 8 के बाद जो भी दिव्यांग बच्चे पढ़ने के लिए तत्पर हो, उनकी काउंसलिंग करके उनको 9 टू 12 एडमिशन अधिक

से अधिक कराया जाए और माध्यमिक स्तर के विद्यालयों में बच्चों और उनके अभिभावकों से संपर्क स्थापित करके उनको मोटिवेट करके अधिक से अधिक हायर एजुकेशन की इच्छा के लिए प्रेरित किया जाए। इस संबंध में दिव्यांगों के लिए शकुंतला विश्वविद्यालय प्रमुख रूप से निशुल्क शिक्षा आवास भोजन और सभी प्रकार की शिक्षा प्रदान की जाती है वहां पर अधिक से अधिक एडमिशन के लिए दिव्यांगजनों एवं उनके अभिभावकों को प्रेरित किया जाए। मुख्य विकास अधिकारी हिमांशु नागपाल ने राज्यपाल को यह भी अवगत कराया कि आंगनबाड़ी और प्राइमरी स्कूल के बच्चों का अभी मेडिकल कैंप लगाया गया था, जिसमें 600 बच्चे का मेडिकल चेकअप किया गया। उसमे जिन बच्चों को उपकरण की आवश्यकता थी, उन्हें उपकरण प्रदान किया गया एवं जिनको क्लियर इंप्लांट की जरूरत थी उन्हें कॉनकेव इंप्लांट हेतु चिन्हित किया गया। उन्होने यह भी बताया कि लगभग 3000 बच्चों को मुख्यमंत्री स्पॉन्सरशिप योजना से लाभान्वित किया गया है, जिससे उन युवकों को ₹4000 प्रति माह प्राप्त होगा, जो बच्चों को आगे शिक्षा देने के लिए सहायक होगा। मुख्य विकास अधिकारी हिमांशु नागपाल, जिला समाज कल्याण अधिकारी, जिला विद्यालय निरीक्षक, बेसिक शिक्षा अधिकारी तथा अन्य अधिकारी प्रमुख रूप से उपस्थित रहे।
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