सुरभी चतुर्वेदी की रिपोर्ट
वाराणसी।वंदना परिवार के नये सेगमेंट ‘मानसी’ डिजाइनर बुटिक का शुभारम्भ हुआ
वंदना परिवार के नये सेगमेंट ‘मानसी’ डिजाइनर बुटिक का शुभारम्भ गोदौलिया- गिरजाघर रोड स्थित ‘वंदना सिल्क बनारस’ में बहुत ही उत्साह के साथ मनाया गया। कार्यक्रम की शुरूआत प्रो. चन्दकला पाड़िया जी (पूर्व कुलपति महाराजा गंगा सिंह विश्वविद्यालय, राजस्थान) के कर कमलों से दीप प्रज्ज्वलित कर गणेश वंदना से की गई। इस अवसर पर प्रतिष्ठान की युवा महिला उद्यमी ‘मानसी लोहिया’ ने बताया कि मेरा
परिवार विगत् 50 वर्षों से वंदना ब्राण्ड से क्लॉथिंग सेगमेंट में है। मेरे अपने अनुभव से महसूस किया कि वाराणसी के क्लोथिंग बिजनेस में इतना विशाल मार्केट होते हुए भी कंज्यूमर को अगर प्योर सिल्क, बनारसी ब्रोकेट या कोई भी हैण्डमेड फैब्रिक कुछ मीटर अपने युज लिए लेना हो या अपनी च्वाइश की कस्टमाइज डिजाइन या कॉसेप्ट बनाना हो तो काफी असुविधा होती है। ग्रेजुएशन के बाद मैंने अपने घर वालों से इस बारे में विचार- विर्मश किया और फिर जन्म लिया स्टोर की परिकल्पना का। हमारी टीम वंदना ने 4 टेक्सटाइल डिजाइनरों के साथ पूरे भारतवर्ष में हैण्डमेड फैब्रिक बनाने वाले 50 से अधिक मास्टर विवर को अपने साथ जोड़ा और न्यू फैशन एवं पैटर्न के हिसाब से डिजाइनों का निर्माण किया और साथ ही साथ एक विशाल संग्रह – सलवार सूट, फैब्रिक दुपट्टे व लहंगे इत्यादी का कुछ अलग, कुछ नया संग्रह बनाया जो काशी के सुधी कला प्रेमी उपभोक्ताओं के लिए प्रस्तुत किया गया है। इसके साथ ही ग्राहक अपने मन के कस्टमाइज कलर, पैटर्न, फैब्रिक और स्टीचिंग भी करा सकता है। हमारी टीम निरन्तर सुधार व विकास के लिए संकल्पित है ताकि हर बार कस्टमर के लिए कुछ नया और कुछ अलग बना सके। बनारस के सभी फैब्रिक लवर्स से मेरी अपील है कि आप हमारे संग्रह को देखें, मार्गदर्शन दें, अपना सहयोग दें और हमारे देश के हैण्डमेड फैब्रिक को प्रोत्साहन दें। वंदना सिल्क बनारस के उमेश जोगाई ने सभी को धन्यवाद ज्ञापित करते हुए यह जानकारी दी की। इस सेगेमेंट में हमारी टीम ने ‘नारीशक्ति” को ध्यान में रखते हुए 65 प्रतिशत से अधिक महिलाएँ इसमें सेवा दे रहीं हैं। हमारा लक्ष्य निकट भविष्य में 100 प्रतिशत तक ले जाने का है।