राखी के पूर्व संध्या पर राज कॉन्वेंट स्कूल में रक्षाबंधन कार्यक्रम का हुआ आयोजन

छात्राओं ने छात्रों की कलाई पर राखी बांध की उनके दीर्घायु होने की कामना

करमा-सोनभद्र (वरुण त्रिपाठी) रक्षाबंधन के त्योहार को भाई-बहन के प्रेम का प्रतीक माना जाता है। ऐसा माना जाता है कि इस दिन बहन अपने भाई को रक्षा का सूत्र बांधती है और भाई उसकी रक्षा का वचन लेता है। राखी के पर्व के लिए कुछ पौराणिक कथाएं भी प्रचलित हैं जिनमें इस बात का जिक्र है कि कैसे माता लक्ष्मी ने राजा बलि को रक्षा सूत्र बांधकर भगवान विष्णु को उनसे मांगा था।

मान्यता है कि तभी से यह पर्व हमारे बीच प्रसिद्ध हो गया। इस पर्व से जुड़े कई ऐसे रोचक तथ्य हैं जो इसे ख़ास और भाई बहन के बीच प्रेम का प्रतीक बनाते हैं। इसी को ध्यान में रखते हुए रक्षा बंधन के पूर्व संध्या पर आज स्थानीय कस्बे में स्थित राज कॉन्वेंट स्कूल में रक्षाबंधन कार्यक्रम का आयोजन किया गया जहाँ विद्यालय की छात्राओं ने अपने सहपाठी छात्रों (भाइयों) की कलाई पर राखी बांधकर उनके दीर्घायु होने की कामना की। छात्रों ने भी उनके रक्षा का संकल्प लिया।
उक्त अवसर पर राज कॉन्वेंट स्कूल के प्रधानाचार्य राजेन्द्र कुमार त्रिपाठी, कुलदीप श्रीवास्तव, नीशू त्रिपाठी, मधु, सुनैना, संजना के साथ अन्य अध्यापक व अध्यापिकाएं व विद्यालय के छात्र व छात्राएं उपस्थित रहे।

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