सदैव प्रासंगिक रहेंगे ‘ग्रामवासी जी ‘के अविस्मरणीय कार्य : राकेश शरण मिश्र

प्रख्यात स्वतंत्रता संग्राम सेनानी ब्रज भूषण मिश्र ‘ग्रामवासी’ जी की मनी 28वी पुण्यतिथि

ग्रामवासी सेवा आश्रम में हुई परिचर्चा में लोगों ने उनके अनुकरणीय कार्यों को आत्मसात करने का लिया संकल्प

सोनभद्र(सर्वेश कुमार)। प्रख्यात स्वतंत्रता संग्राम सेनानी, निर्भीक पत्रकार एवं जनपद के प्रथम विधायक रहे स्मृति शेष पंडित ब्रजभूषण मिश्र ‘ग्रामवासी’ जी की 28 वीं पुण्यतिथि रविवार को सोन तट स्थित ग्रामवासी सेवा आश्रम में श्रद्धा पूर्वक मनाई गई । इस दौरान सर्वप्रथम ‘ग्रामवासी’ दादा जी के

चित्र पर पुष्पहार चढ़ा व दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया । पुण्यतिथि कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि गांधीवादी विचारक, वरिष्ठ अधिवक्ता व संयुक्त अधिवक्ता महासंघ के प्रांतीय अध्यक्ष राकेश शरण मिश्र ने ‘ग्रामवासी’ जी के कृतित्व एवं व्यक्तित्व पर प्रकाश डालते हुए उनके स्वतंत्रता संग्राम के संघर्ष और राष्ट्र व समाज हित में

आजादी के बाद जनपद के बुनियादी विकास रिहन्द बांध का निर्माण, वनवासी आश्रम की स्थापना जैसे महत्वपूर्ण कार्यों एवं ग्रामवासी जी के पंच सूत्र गो सेवा, मदिरा बन्दी , अश्लील प्रदर्शन व लाटरी जुआ बंदी और हिंदी भाषा को प्राथमिकता दिए जाने की परिदृश्य को विस्तार से रेखांकित किया। साथ ही उन्होंने अपनी एक स्वरचित रचना के माध्यम से दादाजी को शत-शत नमन करते हुए अपनी श्रद्धांजलि अर्पित किय। । अध्यक्षता कर रहे आश्रम के ट्रस्टी सनोज तिवारी ने कहा कि ग्रामवासी दादा का पूरा जीवन आज की युवा पीढ़ी के लिए प्रेरणा देने वाला है। होने ग्रामवासी सेवा आश्रम से जुड़कर

मानवता की सेवा का आवाहन करते हुए आगामी 27 अगस्त को उनकी जयंती एवं ग्रामवासी जी के पत्रकारिता का 100 वर्ष पूरे होने पर आयोजित ग्रामवासी शताब्दी समारोह में सभी को गणमान्य जनों को आमंत्रित किया । इस मौके पर स्वामी कृष्णानंद गिरी, प्रमुख ट्रस्टी ओम प्रकाश ने भी अपने विचार रख कर दादा जी को नमन किया । कार्यक्रम में प्रमुख रूप से विनोद सिंह बंटी, घनश्याम चौधरी, अधिवक्ता बृजेश पांडेय, प्रिंस चौबे ,सुभाष साहनी, मगरू साहनी, काकू दुबे, विजय पाल,गोविन्द गिरी, कमलेशानन्द, बन्टी दुबे, विजय साहनी आदि मौजूद रहे । कार्यक्रम का संचालन आश्रम प्रभारी राजेश अग्रहरि ने किया ।

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