आदिवासी बाहुल्य पटवध से बसुहारी मुख्य 60 किमी सड़क गड्ढों में तब्दील

सड़क निर्माण में वन विभाग के अवरोध से विकास से कोसो दुर उच्च शिक्षा से भी बंचित हैं आदिवासी नौनिहाल

  • गुरमा सोनभद्र(मोहन गुप्ता) । पटवध बसुहारी मार्ग 60 किलोमीटर के सफर के बाद बिहार राज्य को जोड़ती यह सड़क वन विभाग के सौतेला व्यवहार से अपने आप पर आंसू बहा रहा है। बताते चलें की पटवध बसुहारी (मार्ग 60 किलोमीटर ) के बिहार जाने का सबसे सुगम रास्ता है इसमें लगभग 20 किलोमीटर वन विभाग का सेंचुरी एरिया हैं । सड़क निर्माण में वनविभाग रोड़ा बना हुआ है। स्थानीय रहवासियों का कहना है यू तो देश को आजाद हुए 70 वर्ष बीत गए देश अमृत महोत्सव माना रहा है और हम क्षेत्र वासी गढ्ढा युक्त सड़क पर चलने को मजबूर है। इस क्षेत्र में स्वास्थ्य सुविधा न होने से प्रसव पीड़ा से कई औरते काल के गाल में चली गई। सड़क सही नही होने से हॉस्पिटल नही पहुंच पाते हैं रास्ते में ही दम टूट जाता है। वही अपना दल एस के जिला महासचिव श्यामा चरण गिरी का कहना है सन 1998 एव 2004 में पीडब्ल्यूडी से इस सड़क का निर्माण हुआ
  • था उस समय भी वनविभाग का सेंचुरी एरिया रहा होगा फिर सड़क का निर्माण कैसे हुआ था। इस क्षेत्र के लोगो को जितनी आवश्यकता पीने के लिए पानी की है उतनी ही आवश्कता सड़क की है। जब वनविभाग द्वारा जल विभाग को कार्य करने के लिए अनपत्रित प्रमाण पत्र दिया जा सकता हैं तो सड़क निर्माण को क्यो नही। बीते विधानसभा चुनाव में वर्तमान विधायक द्वारा वादा किया गया था कि अगर हमें दुबारा मौका देंगे और सरकार बनी तो सबसे पहले यह सड़क निर्माण होगा। लेकिन आज तक कोई पहल नजर नही आया। इस मुद्दे को सांसद से भी उढ़ाया गया कोई सकारात्मक परिणाम नही निकला। वनविभाग के सौतेले रवैया से सरकार बदनाम हो रही हैं। अगर अविलंब इस पर पहल नही हुई तो आंदोलन को बाध्य होंगे। और इसका जिम्मेदार स्थानीय प्रशासन एव वन विभाग होगी।
Translate »