सोन साहित्य संगम ने मशूहर शायर स्मृति शेष मुनीर बख्श आलम की चौथी पुण्यतिथि पर घोषित सम्मान किया भेंट
सोंनभद्र(सर्वेश श्रीवास्तव)। सोन साहित्य संगम के तत्वाधान में रविवार को बाबू देवकी नंदन खत्री की जयंती पर जिले के मशहूर शायर दिवंगत मुनीर बख्श आलम की चौथी पुण्यतिथि पर घोषित आलम स्मृति साहित्य गौरव सम्मान 2023 उत्तर प्रदेश सीमेंट निगम के सेवानिवृत्त वरिष्ठ लेखाधिकारी कवि एवम साहित्यकार पंडित चंद्रकांत द्विवेदी को उनके निज आवास पर आयोजित काब्य गोष्ठी के दौरान देकर किया गया। उक्त संदर्भ में संस्था के संयोजक राकेश शरण मिश्र ने बताया कि संस्था द्वारा 10 जून 2019 को दिवंगत शायर मुनीर बख्श आलम की स्मृति में 2020 से उनकी प्रथम पुण्यतिथि पर शुरू किया गया पहला सम्मान कवि व शिक्षक सुशील राही रॉबर्ट्सगंज, दूसरी पुण्यतिथि पर दूसरा सम्मान शिक्षा के क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान देने वाली डाला की उपक्रम एजूकेशनल फाउंडेशन की सह संस्थापिका किरण तिवारी को, तीसरी पुण्यतिथि पर तीसरा सम्मान वरिष्ठ साहित्यकार गीतकार एवम शिक्षक पंडित ईश्वर विरागी को दिया जा चुका
है। उक्त अवसर पर आयोजित विचार एवम काब्य गोष्ठी की अध्यक्षता पंडित चंद्रकांत द्विवेदी ने किया। इस दौरान सर्वप्रथम चंद्रकांता के उपन्यासकार बाबू देवकीनंदन खत्री के चित्र पर माल्यर्पण करते हुए उनकी साहित्यिक संरचना एवम ब्यक्तित्व व कृतित्व पर वक्ताओं ने प्रकाश डाला। तदुपरांत उपस्थित रचनाकारों ने एक से बढ़कर एक रचनाएं सुनाकर तालियाँ बंटोरी। इस अवसर पर संस्था के संयोजक राकेश शरण मिश्र, निदेशक पंडित मिथिलेश प्रसाद द्विवेदी, उपनिदेशक सुशील
राही, गीतकार डॉ रचना तिवारी एवम कवि मेघविजयगाडी ने पंडित चंद्रकांत द्विवेदी को माल्यार्पण, अंगवस्त्रम ओड़ाहकर स्मृति चिन्ह,सम्मन पत्र एवम पुस्तके भेंट कर सम्मानित किया। अंत मे अध्यता कर रहे चंद्रकांत द्विवेदी ने सोन साहित्य संगम की गतिविधियों की सराहना करते हुए कहा कि सोनांचल में इस साहित्यिक संस्था द्वारा साहित्य के क्षेत्र में किये जा रहे कार्यो की जितनी सराहना की जाए कम है। मैं संस्था के उज्ज्वल भविष्य के शुभकामनाएं देते हुए संस्था के पदाधिकारियों व सदस्यो के प्रति इस सम्मान के लिए कृतज्ञता प्रकट करता हूँ। कार्यक्रम का संचालन गीतकार डॉ रचना तिवारी ने किया। इस अवसर पर अनिल मिश्र, हिमांशु मिश्र, कृपाल मधेशिया ,उत्कर्ष द्विवेदी सहित द्विवेदी जी परिजन मौजूद रहे।