सुरभी चतुर्वेदी कि रिपोर्ट
वाराणसी।ब्रेथ ईजी की निदेशिका – सुनीता पाठक को मिला Global Human Peace University से डॉक्टरेट की मानद उपाधि, हेल्थ एवं सोशल वर्क क्षेत्र में अहम योगदान।
जन स्वास्थ्य को समाज का मौलिक अधिकार बनाने के लिए संघर्षरत ब्रेथ ईजी अस्पताल की निदेशिका एवं ब्रेथ ईजी चेस्ट फाउंडेशन फॉर ह्यूमैनिटी की अध्यक्ष सुनीता पाठक को ग्लोबल ह्यूमन पीस यूनिवर्सिटी द्वारा नई दिल्ली में डा. बी आर अम्बेडकर ऑडिटोरियम में आयोजित समारोह में समाज सेवा और स्वास्थ्य के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य के लिए मानद डॉक्टरेट की उपाधि प्रदान की है ।जी.एच.पी.यु (अमेरिका), आई.ए.ऍफ़, आई.ए.एस, आई.एस.ओ और ग्लोबल पीस यूनिवर्सिटी ने सुनीता पाठक के इस अभियान को न सिर्फ सराहा है बल्कि स्वास्थ्य को भारत में मौलिक अधिकार बनाने की उनकी मुहिम को एक अंतरारष्ट्रीय पहचान भी बतायी है ।
गौरतलब है कि ग्लोबल ह्यूमन पीस यूनिवर्सिटी रिसर्च और ऐकेडेमिक्स में दुनिया की सबसे विशाल नेटवर्क वाली संस्थान है, जीपीयू के जर्मनी, फ्रांस, ब्रिटेन, नॉर्वे, इटली , कनाडा समेत कई यूरोपीय देश और अमेरिका में ग्लोबल पीस यूनिवर्सिटी के रीजनल सेंटर हैं ।
वाराणसी जैसे शहर में रहते हुए पूर्वांचल के आजमगढ़, लालगंज, बलिया, जौनपुर, गाजीपुर आदि जैसे छोटे शहरों/गांवों में समाज की सेवा करने और जागरूकता पैदा करने के लिए धैर्य, जुनून, उत्साह और एक न बुझने वाली आग को सुनीता पाठक ने पिछले 22 सालों से कर दिखाया है जोकि असमान्य हैं। इसी असाधारण जूनून को ग्लोबल ह्यूमन पीस यूनिवर्सिटी ने पिछले दिनों नई दिल्ली में हुए एक कार्यक्रम में सराहा है और सुनीता पाठक जी को सम्मान दिलाया हैं । गौरतलब है कि सुनीता पाठक जी को जन स्वास्थ्य और समाज सेवा के क्षेत्र में डॉक्टरेट की मानद उपाधि से नवाजे जाने से पूर्वांचल एवं ब्रेथ ईजी का भी सम्मान बढ़ा है ।