सोनभद्र(सर्वेश श्रीवास्तव)। जिलाधिकारी चन्द्र विजय सिंह ने कलेक्ट्रेट सभागार मे सोमवार को जिला टास्क फोर्स व राष्ट्रीय वेक्टर जनित रोग नियंत्रण कार्यक्रम की बैठक की। इस दौरान उन्होंने कहा कि जनपद में 28 मई को पोलियों की दवा पिलाया जायेगा, इसके बाद 29 मई से 05 जून तक डोर टू डोर पोलियोरोधी दवा को पिलाने और इसके साथ ही आयुष्मान कार्ड भी बनाये जाने के निर्देश स्वास्थ्य विभाग
के कार्मिकों को दिया गया है। उन्होंने कहा कि 28 मई को प्रातः 09 बजे से सायं 04 बजे तक 0-5 वर्ष तक के बच्चों को पोलियों की खुराक दी जायेगी। पोलियों बूथ लगाकर शत-प्रतिशत बच्चों को दवा पिलाई जाएगी। जो बच्चें दवा पीने से छूट जाएंगें उन्हें अगले 5 दिनों तक घर-घर जाकर स्वास्थ्य टीम द्वारा दवा पिलाया जायेगा। बैठक के दौरान जिलाधिकारी ने पाया कि ई कवच (वीएचआईआर) पोर्टल पर गर्भवती महिलाओं, 0-5 वर्ष तक के बच्चों की इन्ट्री आदि कार्य का प्रतिशत काफी कम किया गया है, जिस पर उन्होंने नाराजगी व्यक्त करते हुए समस्त प्रभारी चिकित्सा अधीक्षकों से स्पष्टीकरण प्राप्त करते हुए 3 दिवस के अन्दर इन्ट्री के कार्य को पूरा करने के निर्देश दिये। कहा कि आयुष्मान कार्ड बनाने व ई कवच पोर्टल पर इन्ट्री के कार्य में शिक्षा मित्र, कोटेदार, सचिव, आशा, एएनएम, सीएचओ आदि का सहयोग लिया जाये और कार्य मे तेजी लाया जाये। इस बात का विशेष ध्यान दिया जाये कि पात्र व्यक्ति आयुष्मान कार्ड से वंचित न रहने पायें। उन्होंने कहा कि 29 मई से 05 जून तक डोर टू डोर पोलियों अभियान के दौरान आयुष्मान कार्ड से होने वाले लाभ से लोगों में जागरूकता भी फैलाया जायें, जिससे पात्र लोग बढ़-चढ़ कर कार्ड बनवाकर लाभ उठा सकें। इसी प्रकार से राष्ट्रीय डेंगू नियंत्रण कार्यक्रम के सम्बन्ध उन्होंने कहा कि तापमान सामान्य से अधिक रहने की उम्मीद जतायी गयी है, ऐसी स्थिति में जनपद में वेक्टर जनित तथा जल जनित रोगों के आउटब्रेक अधिक होने की संभावना है। जिलाधिकारी ने सम्बन्धित अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि ऐसी स्थिति से बचाव के लिए भीड़-भाड़ वाले स्थानों पर जनमानस के लिए शीतल एवं शुद्ध पेयजल की व्यवस्था, गर्मी से बचाव के लिए शेल्टर की व्यवस्था, व्यस्त स्थानों पर मौसम के पूर्वानुमान तथा तापमान का डिस्पले, हीट वेव से बचाव हेतु उपायों का व्यापक प्रचार-प्रसार व विद्यालयों में हीट वेव से बचाव हेतु उपायों का विद्यार्थियों में व्यापक प्रचार-प्रसार कराया जायें। उन्होंने बताया कि इस कार्य के लिए सर्विलांस, सोर्स रिडक्शन,निदानात्मक गतिविधियाॅ व उपचार एवं सन्दर्भन गतिविधियाॅ के लिए आउटब्रेक रिस्पाॅन्स कमेटियाॅ बनायी गयी है। उन्होंने कहा कि सर्विलांस टीम में लगे आशा, एएनएम, आगनबाड़ी एवं सफाई कर्मियों के द्वारा बुखार, जाड़ा, बदन दर्द, जोड़ों में दर्द एवं रक्त साव के लक्षणों वाले रोगियों का चिन्हीकरण, बुखार के रोगियों की आशा द्वारा मलेरिया हेतु आरडीटी किट से रक्त जाॅच, गंभीर लक्षण युक्त रोगियों को तत्काल जाॅच एवं उपचार हेतु नजदीकी स्वास्थ्य केन्द्र पर सन्दर्भित किया जाय। बैठक के दौरान मुख्य चिकित्साधिकारी डाॅ आरजी यादव, जिला पंचायत राज अधिकारी विशाल सिंह, मुख्य चिकित्सा अधीक्षक,सामुदायिक व प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र के प्रभारी चिकित्साधिकारीगण सहित अन्य सम्बन्धितगण उपस्थित रहें।