मुख्यमंत्री के विकास प्राथमिकता वाले 37 बिन्दुओं की जिलाधिकारी ने की समीक्षा

कहा- निर्धारित समयावधि के अन्दर कार्य को पारदर्शिता, गुणवत्ता पूर्ण तरीके से हर हाल में किया जाये पूर्ण

सोनभद्र(सर्वेश कुमार)। जिलाधिकारी चन्द्र विजय सिंह ने कलेक्ट्रेट सभागार में गुरुवार को मुख्य मंत्री जी के विकास प्राथमिकता वाले बिन्दुओं की समीक्षा की। इस दौरान उन्होंने विकास कार्यों, लाभार्थीपरक व जन कल्याणकारी योजनाओं की सम्बन्धित अधिकारियों से बारी-बारी से बिन्दुवार जानकारी प्राप्त की। बैठक में जिलाधिकारी ने स्वास्थ्य विभाग की समीक्षा के दौरान अस्पतालों में डिलिवरी, आरबीएसके टीम द्वारा भ्रमण व टीकाकरण के प्रगति की समीक्षा की, तो प्रगति धीमी पायी गयी, जिस परमुख्य चिकित्साधिकारी व डीपीएम

को स्पष्टीकरण जारी करने के निर्देश दियें। इस दौरान जिलाधिकारी ने मुख्य चिकित्साधिकारी को निर्देशित करते हुए कहा कि नये आयुष्मान कार्डों के बनाने के कार्य में तेजी लायी जाये और इस कार्य में मुख्य चिकित्सा अधीक्षक की जिम्मेदारी तय की जाये कि वह आयुष्मान कार्ड बनाने के कार्यों के प्रगति की समीक्षा निरन्तर करते रहें, इसमें किसी स्तर पर शिथिलता न बरती जायें। उन्होंने कहा कि जनपद में ज्वाइंन करने वाले नये डाॅक्टरों को जिन अस्पतालों में डाॅक्टर की कमी है, वहां प्राथमिकता के आधार पर तैनाती की कार्यवाही सुनिश्चित की जाये। उन्होंने कहा कि सरकारी अस्पतालों में ही लोग डिलेवरी करायें, इसके प्रति उन्हें जागरूक किया जाये, जिससे कि वह डिलेवरी के समय होने वाली समस्याओं से बच सके और डिलेवरी के पश्चात बच्चों को निर्धारित समय अवधि में टीकाकरण भी कराया जाए। जनपद के ग्रामीण क्षेत्रों में बनाये जा रहे प्रधानमंत्री आवास, मुख्यमंत्री आवास योजना के निर्माण कार्यों के प्रगति की समीक्षा की और इसके सम्बन्ध में परियोजना निदेशक(ग्राम्य विकास विभाग) से जानकारी प्राप्त की। उन्होंने कहा कि जनपद में बन रहे प्रधानमंत्री आवास व मुख्य मंत्री आवास के भवनों में प्लास्टर व फर्श के निर्माण कार्य अनिवार्य रूप से करायें जायें, जिन भवनों में फर्श व प्लास्टर का कार्य नहीं किया जायेगा, उस क्षेत्र के खण्ड विकास अधिकारी व ग्राम पंचायत अधिकारी की जिम्मेदारी तय की जायेगी। जिलाधिकारी ने प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना के अन्तर्गत ड्रोन कैमरा के माध्यम से सड़कों के निर्माण कार्याें की रिकार्डिंग कराने के लिए एक्सईएन पीएमजेएसवाई को निर्देशित किया गया। जिला पंचायत राज अधिकारी को निर्देशित करते हुए ग्राम सभाओं के विकास से सम्बन्धित जो भी निर्माण कार्य चल रहे हैं, उनका सही ढंग से क्रियान्वयन सुनिश्चित कराया जाये और बेहतर ढंग से निगरानी की जाये और अधूरे पड़ें निर्माण कार्योंं को प्राथमिकता के आधार पर पूर्ण किया जाये, इस कार्य में शिथिलता कदापि न बरती जायें, शिथिलता बरतने पर सम्बन्धित की जिम्मेदारी तय करते हुए आवश्यक कार्यवाही सुनिश्चित की जायेगी। इसी प्रकार से जिलाधिकारी के निर्देश के क्रम 50 लाख रूपये से अधिक लागत की निर्माण कार्यों के प्रगति की समीक्षा मुख्य विकास अधिकारी सौरभ गंगवार द्वारा की गयी, समीक्षा के दौरान मुख्य विकास अधिकारी ने नगर पालिका क्षेत्र में बनाये जा रहे नाले की प्रगति के सम्बन्ध में जानकारी ली और सम्बन्धित निर्माण एजेन्सी सीएनडीएस को निर्देशित करते हुए कहा कि नाला के निर्माण कार्य की साप्ताहिक प्रगति की रिपोर्ट प्रस्तुत की जाये। मुख्य विकास अधिकारी ने आवास विकास परिषद द्वारा नगवां में कस्तूरबा गाॅधी बालिका में एकेडमिक ब्लाक के निर्माण कार्य की प्रगति की समीक्षा की तो कार्य की प्रगति धीमी पायी गयी, जिस पर परियोजना प्रबन्धक आवास विकास को स्पष्टीकरण जारी करने के निर्देश दिए।बैठक में मुख्य चिकित्साधिकारी डाॅ आरजी यादव, प्रभागीय वनाधिकारी ओबरा,जिला पूर्ति अधिकारी गौरीशंकर शुक्ला, जिला अर्थ एवं संख्याधिकारी ओम प्रकाश यादव,डीसी मनरेगा रमेश कुमार यादव, परियोजना निदेशक डीआरडीए आरएस मौर्या, जिला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी राजेश कुमार खैरवार, जीएमडीआईसी राजधारी गौतम, अपर जिला सूचना अधिकारी विनय कुमार सिह सहित अन्य सम्बन्धित अधिकारीगण उपस्थित रहें।

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