बाल संरक्षण इकाई द्वारा तीन बच्चों को बाल श्रम से कराया गया मुक्त

सर्वेश कुमार/ संजय सिंह

चुर्क-सोनभद्र। जिला बाल संरक्षण अधिकारी के आदेश पर जिला बाल संरक्षण इकाई सोनभद्र से संरक्षण अधिकारी रोमी पाठक सामाजिक कार्यकर्ता आकांक्षा उपाध्याय व ओ आर डब्ल्यू शेषमणि दुबे द्वारा थाना रावर्टसगंज कस्बा, बढौली चौराहा आदि स्थानों पर भ्रमण कर बच्चों का चिन्हाकन कर परामर्श व बच्चों को संरक्षण प्रदान कराया गया जिसके अन्तर्गत आज बढौली चौराहे रावर्टसगंज से तीन नाबालिग बच्चों को बाल कल्याण समिति सोनभद्र के समक्ष प्रस्तुत कर संरक्षण प्रदान कराया गया ओ आर डब्ल्यू शेषमणि दुबे द्वारा बताया गया कि सड़कों पर दूसरों की गाड़ी साफ करते बच्चें या

भूख लगी है, पैसा देदो बोलने वाले बच्चों व बाल श्रम से मुक्त कराये गये बच्चे भी पढ़ेंगे और स्कूल जाएंगे.यह संभव हुआ है सोनभद्र जिला बाल संरक्षण इकाई द्वारा एक विशेष अभियान से इस अभियान के दौरान बच्चों के परिजनों की भी काउंसलिंग की जा रही साथ हीं उन्हें बताया जाता है कि भीख मांगना व नाबालिग बच्चों से श्रम कराना अपराध की श्रेणी में आता है। इसलिए बच्चों को स्कूल भेजें साथ ही यह भी बताया गया बाल भिक्षावृत्ति, बाल श्रम से मुक्त कराये गये बच्चों को केंद्र और प्रदेश सरकार की योजनाओं का लाभ दिलाने की कार्यवाही की जा रही है शिक्षा और पोषण के लिए 18/23 वर्ष की आयु तक प्रतिमाह मिलेगा 2500 रुपये इस अभियान के द्वारा बच्चों को स्कूल में भेजना, इनका अकाउंट खुलवाना, बाल सेवा योजना के तहत पंजीकृत कर शिक्षा और पोषण के लिए 2500 रुपए प्रतिमाह 18/23 वर्ष की आयु तक दिया जायेगा।

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