- सोनभद्र के जंगली दास भिखारी बाबा अब 22 अप्रैल से लखनऊ में कराएंगे विराट रूद्र महायज्ञ एवं रामकथा
- दूसरे दिन 23 अप्रैल को 108 बटुकों का होगा उपनयन संस्कार
- अंतिम दिन 30 अप्रैल को होगी गरीब कन्याओं की शादी, अयोध्या, उज्जैन, काशी व प्रयागराज से आए महंत व संत देंगे आशीर्वाद
- प्रतिदिन होगी गोमती माता की आरती, चलेगा विशाल भंडारा, श्रद्धालु करेंगे प्रसाद ग्रहण
- लखनऊ गोमती नदी तट पर स्थित झूलेराम वाटिका नारद धाम जगद्गुरु शंकराचार्य उपासना स्थल परिसर में किया गया है आयोजन
फोटो: क्रमशः प्रयागराज के महंत बलबीर गिरी जी महाराज जटा रखने वाले, अयोध्या के महंत कमलनयन दास जी महाराज मालाधारी, सोनभद्र के स्वामी जंगली दास भिखारी बाबा दीनबंधु रमाशंकर गिरी जी महाराज सफेद दाढ़ी बाल हाथ जोड़े हुए। धर्म ध्वज स्थापना कार्यक्रम की फोटो वीडियो।
सोनभद्र। उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ स्थित गोमती नदी तट पर स्थित झूलेराम वाटिका नारद धाम जगद्गुरु शंकराचार्य उपासना स्थल परिसर में चैत्र शुक्ल पक्ष प्रतिपदा तिथि बुधवार को वैदिक रीति से पूजन अर्चन कर 51 फीट ऊंचा एवं 21 फीट लंबा धर्मध्वज स्थापित किया गया। अब यहां पर सोनभद्र के जंगली दास भिखारी बाबा 22 अप्रैल से नौ दिवसीय विराट रूद्र महायज्ञ एवं रामकथा कराएंगे। 23 अप्रैल को 108 बटुकों का उपनयन संस्कार होगा। जिसका समापन 30 अप्रैल को गरीब कन्याओं की शादी के साथ होगा। जिसकी तैयारियां शुरू हो गई है। अयोध्या, उज्जैन , काशी एवं प्रयागराज से आए महंत एवं संत भी विवाह के साक्षी बनेंगे। प्रतिदिन गोमती माता की आरती होगी,विशाल भंडारा चलेगा, जिसमें श्रद्धालु प्रसाद ग्रहण करेंगे।
कार्यक्रम के आयोजक/ संयोजक भिक्षुक भिखारी जंगली दास दीनबंधु रमाशंकर गिरी जी महाराज ने बताया कि लखनऊ गोमती नदी तट पर स्थित जगद्गुरु शंकराचार्य उपासना स्थल परिसर में चैत्र शुक्ल पक्ष प्रतिपदा तिथि बुधवार को उज्जैन से आए आचार्य संतोष पांडेय, आचार्य ललित शुक्ला व आचार्य अतुल के जरिए वैदिक रीति से पूजन अर्चन कर 51 फीट ऊंचा 21 फीट लंबा धर्मध्वज स्थापित किया गया है। यहां पर 22 अप्रैल से नौ दिवसीय विराट रूद्र महायज्ञ, रामकथा, 108 बटुकों का उपनयन संस्कार एवं गरीब कन्याओं का शुभ विवाह कार्यक्रम का आयोजन किया गया है। 22 अप्रैल को कलश यात्रा, कलश स्थापना व अग्नि प्रवेश के साथ ही विराट रूद्र महायज्ञ शुरू होगी। प्रतिदिन गोमती माता की आरती होगी साथ ही उज्जैन से आए कथा व्यास संतोष पांडेय जी महाराज द्वारा रामकथा का पान कराया जाएगा। श्रद्धालुओं के लिए प्रतिदिन विशाल भंडारा भी चलेगा, ताकि श्रद्धालु कथा श्रवण के साथ ही प्रसाद भी ग्रहण कर सकें। उन्होंने यह भी बताया कि गरीब कन्याओं की शादी 30 अप्रैल को होगी, कन्याओं को आशीर्वाद देने के लिए अयोध्या के महंत कमल नयन दास जी महाराज व प्रयागराज के महंत बलबीर गिरी जी महाराज, उज्जैन के आचार्य संतोष पांडेय के साथ ही काशी से भी संत आएंगे। भिखारी भोले सेवा ट्रस्ट कसारी रामगढ़, सोनभद्र, सोन विंध्य गंगा सेवा संस्कृति संस्थान व विराट रूद्र महायज्ञ समिति लखनऊ के पदाधिकारी,सदस्य व कार्यकर्ता कार्यक्रम को सफल बनाने में जुट गए हैं। कार्यक्रम के अध्यक्ष एवं मुख्य यजमान हिमांशु अवस्थी एडवोकेट हाईकोर्ट लखनऊ, उनकी धर्मपत्नी प्रियंका अवस्थी,अजय अवस्थी,दिनेश सिंह, अरविंद पाल,डाक्टर प्रवीण, मनीष पांडेय, आनंद शुक्ला,विशाल तिवारी, नवीन सागर, बम बम महाराज, जनार्दन पांडेय, डीपी सिंह, सत्यनारायण महाराज, गनेश महाराज, राममूरत, रामविलास, राजेंद्र, मंगलदास, मनोज केशरी, कन्हैया आदि लोग मौजूद रहे। उन्होंने विराट रुद्र महायज्ञ में अधिक से अधिक संख्या में श्रद्धालुओं के पहुंचने का आग्रह किया है।