विद्युत कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति का आंदोलन आर-पार के मूड में दिख रही है।

72 घण्टे की हड़ताल में के समर्थन में आज पूरे देश में 27 लाख बिजली कर्मी सड़कों पर उतरकर विरोध प्रदर्शन करेंगे

प्रदेश में विजली संकट गहराने का आसार

उप्र प्रदेश के ऊर्जा मंत्री अरविन्द कुमार शर्मा एवं विद्युत कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति, उप्र का वार्ता बेनतीजा

*अनपरा सोनभद्र।विद्युत कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति, उप्र प्रदेश के ऊर्जा मंत्री अरविन्द कुमार शर्मा एवं विद्युत कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति, उप्र के बीच मंगलवार को दो दौर में हुई वार्ता बेनतीजा के बाद विधुत कर्मी अब आर -पार के मूड़ दिखाई दे रहे है।बताते चले कि 16 मार्च, रात्रि 10 बजे से प्रारंभ होने वाली  72 घण्टे की हड़ताल में के समर्थन में आज पूरे देश में 27 लाख बिजली कर्मी सड़कों पर उतरकर विरोध प्रदर्शन करेंगे।वही उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा हड़ताल को विफल करने के लिये हर हथकंडे अपना रहा है।उत्तर प्रदेश सरकार के शीर्ष प्रबंधन ने  हड़ताल में विजली परियोजनाये के सुचारू रूप से चलाने के लिए एनटीपीसी से कर्मचारियों को मांगा था।  वही एनटीपीसी के अधिकारी संगठन द्वारा एनटीपीसी प्रबंधन को उत्तर प्रदेश उत्पादन निगम की इकाइयों में ड्यूटी ना लगाने हेतु पत्र भी लिखा गया।गौरतलब है कि संयुक्त संघर्ष समिति, उप्र प्रदेश के ऊर्जा मंत्री अरविन्द कुमार शर्मा एवं विद्युत कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति, उप्र के बीच मंगलवार को दो दौर में हुई वार्ता बेनतीजा रही। संघर्ष समिति ने वार्ता के दौरान विगत तीन दिसम्बर को ऊर्जा मंत्री तथा मुख्यमंत्री के सलाहकार अवनीश अवस्थी के साथ हुए लिखित समझौते का क्रियान्वयन न होने पर बिजली कार्मिकों के बीच व्याप्त निराशा और आक्रोश से ऊर्जा मंत्री को अवगत कराया। इस दौरान समझौते के क्रियान्वयन हेतु कुछ भी सकारात्मक कार्यवाही न होने से संघर्ष समिति ने आन्दोलन के ध्यानाकर्षण कार्यक्रम को यथावत जारी रखने का ऐलान किया। वार्ता के दौरान ऊर्जा मंत्री के साथ अपर मुख्य सचिव(ऊर्जा) महेश गुप्ता और ऊर्जा निगमों के चेयरमैन एम. देवराज भी उपस्थित थे।
ऊर्जा मंत्री के साथ हुए लिखित समझौते के क्रियान्वयन न होने पर आक्रोशित बिजलीकर्मियों ने ध्यानाकर्षण आन्दोलन के प्रथम चरण में मंगलवार को अनपरा तापीय परियोजना सहित प्रदेश के समस्त जनपदों एवं परियोजनाओं पर शान्तिपूर्वक मशाल जुलूस निकाला। मशाल जुलूस निकालने के पूर्व हजारों की संख्या में  बिजलीकर्मियों ने परियोजना गेट पर सभा कर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से पुनः अपील किया कि वे प्रभावी हस्तक्षेप करें जिससे समझौते का क्रियान्वयन हो सके एवं अनावश्यक टकराव टाला जा सके।जिला संविदा श्रमिक यूनियन के जिलाध्यक्ष सुरेंद्र पाल भी भारी संख्या में संविदा श्रमिकों के साथ सभा स्थल पर पहुंचकर बिजलीकर्मियों के आंदोलन का समर्थन किया।
संघर्ष समिति के पदाधिकारियों ने बताया कि ध्यानाकर्षण आन्दोलन के अगले चरण में 15 मार्च को प्रातः 10 बजे से कार्य बहिष्कार आन्दोलन प्रारम्भ किया गया।जो सफल रहा वही 16 मार्च की रात्रि 10 बजे से 72 घण्टे की सांकेतिक हड़ताल होगी जिससे उत्पन्न होने वाली किसी भी परिस्थिति का सम्पूर्ण उत्तरदायित्व शीर्ष ऊर्जा प्रबन्धन का होगा।
मशाल जुलूस और सभा में अदालत वर्मा,अभिषेक बरनवाल,ऋषिकांत त्रिपाठी,रविकांत,  सचिन राज,अनूप वर्मा,राजकुमार,एसपी यादव, सत्यम यादव,मनोज सिंह,अभिषेक सिंह,आरएन तिवारी,शारदा प्रसाद,विशम्भर सिंह,रविन्द्र जायसवाल, रामकिशुन,विवेक सिंह,श्याम बिहारी सिंह,राजीव यादव,शुशील कुमार श्रीवास्तव,शैलेंद्र सिंह,जितेंद्र खरवार,सुनील यादव विशाल जायसवाल, कालिका प्रसाद,विष्णुदेव झा,दिनेश द्विवेदी, राजकुमार सिंह,सुमन झा,अंगद तिवारी,देवेंद्र कुमार,पंकज कुमार, उमेश पांडेय, शैलेश यादव,शरद सिंह, उमेश मिश्रा,अभिषेक त्रिपाठी,सचिन कन्नौजिया,ज्ञानेंद्र पटेल,धर्मेंद्र सिंह यादव,श्वेता गुप्ता,मनोज यादव समेत भारी संख्या में अधिकारी, कर्मचारी व संविदाकर्मी मुख्यतया उपस्थित थे।

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