सोनभद्र(सर्वेश श्रीवास्तव)। जनपद के घोरावल नगर में चल रहे श्री रम कथा के तीसरे दिन व्यास पीठ से श्रीराम कथा को आगे बढ़ाते हुए कथा वाचक दिलीप भारद्वाज ने जगतपिता भगवान शिव और जगत जननी माता पार्वती जी के सुंदर विवाह की कथा सुनाई। उन्होंने बताया कि माता पार्वती जी का

जन्म राजा हिमाचल जी के यहाँ हुआ था ।माता मैना ने पुत्री का हाथ नारद जी को दिखाया तो नारद जी ने बताया कि इनका विवाह भगवान भूत भावन शिव जी से होगा।माता पार्वती जी तप करने के लिए कन्याकुमारी चली गईं।और वहाँ पर 36 हजार वर्ष विना अन्न खाए बिताए।भगवान विष्णु जी ने भगवान शिव जी से विनय किया।तब शिव जी तैयार हुए।उमा के पास सप्तर्षि आए और उमा से कहा कि आप भगवान विष्णु जी से शादी कर लीजिए।लेकिन पार्वती जी ने कहा कि नहीं मैं तो केवल शिव को ही वर रूप में प्राप्त करूँगी।और फिर राजा हिमाचल के यहां भगवान शिव और मां जी का शुभ विवाह होता है। कथा सुन कथा प्रेमी भाव विभोर हो उठे।
SNC Urjanchal News Hindi News & Information Portal