बभनी/सोनभद्र (अरुण पांडेय)
बभनी।वन रेंज के अंतर्गत नवाटोला,मगरमाड़ के जंगल मे बाघ के मौजूदगी का वीडियो वायरल होने से एक तरफ वन जीव प्रेमियों के लिए खुशी की ख़बर है।वहीं इस वायरल वीडियो से पूरे क्षेत्र में ग्रामीणों में दहशत व हड़कम्प की स्थिति पैदा हो गई है। अभी एक माह के अन्दर जिले में तीन तेंदुओं का शव मिलने की चर्चा चल ही रही है कि बाघ के जिले छत्तीसगढ़ सरहद से सटे जंगल में बाघ की मौजूदगी का वीडियो आना यह दर्शाता है कि जिले में इन खूंखार वन जीवों की आमद हो चुकी है अगर बाघ के मौजूदगी की वीडियो सच साबित होती है तो ऐसे में अब ऐ सवाल पैदा होता है कि इन जानवरों की सुरक्षा

कैसे होगी।और ग्रामीण आदिवासियों के जीवन को सुरक्षित कैसे किया जाए।ताकि आने वाले समय मे इन वन जीवों को भी सुरक्षित रक्खा जासके साथ ही साथ जंगल से सटे गांवों में निवास करने वाले ग्रामीणों आदिवासियों को भी सुरक्षा प्रदान किया जासके ऐ बड़ी ज़िम्मेदारी वन विभाग कैसे निभाता है।जिस क्षेत्र में ऐ राष्टीय पशु बाघ के मौजूदगी का वीडियो वायरल होरहा है।वहाँ आस पास के गांवों में निवास करने वाले लोगों का जीवन,रोज़ मर्रा के कार्यो जैसे गाय, बैल, बकरी भैसो को चराने व अपनी जरूरत के लिए लकड़ी जलावन लेने के लिए उन्हें जंगल में जाना होता है। और सबसे बड़ी बात तो ऐ है कि कुछ ग्रामीण क्षेत्र में सरकारी स्कूल भी घने जंगलों के करीब है जहाँ छोटे छोटे बच्चे अपने घर से पैदल चल कर स्कूल जाते है।ऐसे में बच्चों को भी इस तरह के जंगली जानवरों से खतरा बना रहेगा। इसलिए इस वायरल बाघ के वीडियो को गम्भीरता से लेते हुए तत्काल इसका पता लगाया जाए और कोई ऐसा ठोस उपाय किया जाए ताकि ऐ दुर्लभ जानवर भी सुरक्षित रह सके व जन जीवन को भी कोई हानि न पहुँचे।
SNC Urjanchal News Hindi News & Information Portal