मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना अन्तर्गत लाभार्थियों को किया लैपटाप का वितरण
लैपटाप वितरित कर सरकार बच्चो के शिक्षा स्तर को बेहतर बनाने का कर रही है प्रयास: सासंद
सोनभद्र(सर्वेश श्रीवास्तव)।मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना के अन्तर्गत कोविड-19 काल में मृतक हुये व्यक्तियों के बच्चों को निःशुल्क लैपटाप वितरण कार्यक्रम शुक्रवार को कलेक्ट्रेट सभागार मे आयोजित किया गया। इस दौरान राज्यसभा सासंद रामसकल ने अपने सम्बोधन में कहा कि सरकार कोविड-19 में मृतक हुये व्यक्तियों के बच्चों को मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना के अन्तर्गत निःशुल्क लैपटाप उपलब्ध करा रही है जिसके माध्यम से इन बच्चों को बेहतर तकनीकी शिक्षा प्राप्त होगी और इनके शिक्षा के स्तर में बेहतर सुधार होगा। आगे कहा केन्द्र एवं प्रदेश सरकार कोविड-19 काल में मृतक हुये
परिवारों को अनेक जन कल्याणकारी योजनाओं के माध्यम से लाभान्वित कर रही है जिससे कि उनका जीवन स्तर बेहतर हो सके और किसी प्रकार की कठिनाइयों का समना न करना पड़ें। सदर विधायक भूपेश चैबे नेे कहा कि कोविड-19 काल में हुयी त्र्रासदी की घटना हर व्यक्ति के जेहन में रहेगी उस समय कितने परिवारों के लोग दुनिया छोड़कर चले गये। प्रधानमंत्री व मुख्यमंत्री ने कोविड-19 जैसी महामारी से बचने के लिए अनेक प्रकार की योजनायें और सुविधायें उपलब्ध करायी जिससे की जनमानस इस समस्या से उबर सकें। इसी क्रम में आज मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना के अन्तर्गत कोविड-19 मे मृतक हुये व्यक्तियों के बच्चों को निःशुल्क लैपटाप वितरित किया जा रहा है।केन्द्र एवं प्रदेश सरकार सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास के तहत जनमानस के जीवन स्तर में बेहतर सुधार लाने हेतु सराहनीय कार्य कर रही है। इस अवसर पर किशोर न्याय बोर्ड के प्रथम मजिस्ट्रेट अरूण पाण्डेय ने कहा कि इस लैपटाप के माध्यम से बच्चों को बेहतर व तकनीकी शिक्षा प्राप्त होगी जिससे की वह उच्च स्तर की शिक्षा ग्रहण कर सकेगें । प्रभारी जिला प्रोबेसन अधिकारी राजेश कुमार खैरवार ने उपस्थित अतिथियों के प्रति आभार व्यक्त किया। कार्यक्रम का सफल संचालन साधना मिश्रा द्वारा किया गया। इस अवसर पर राष्ट्रपति पदक से सम्मानित सेवानिवृत्त शिक्षक व किशोर न्याय बोर्ड के सदस्य ओम प्रकाश त्रिपाठी,अपर जिला सूचना अधिकारी विनय कुमार सिंह, बाल कल्याण समिति के अध्यक्ष अखिल नारायण देव पाण्डेय, जिला बाल संरक्षण अधिकारी गायत्री दूबे व रोमी पाठक, ओआरडब्लू शेषमणि दूबे आदि मौजूद रहे।