अवसर था प्रखर समाजसेवी जनसंघ के आधार स्तंभ व संस्थापक मण्डल अध्यक्ष रहे पंडित दूधनाथ चौबे की प्रथम पुण्यतिथि का
चौबे जी का संपूर्ण जीवन आत्मविलोपी संकल्प के रूप में बीता: अंबरीश जी
सर्वेश श्रीवास्तव
सोनभद्र। जनपद के चतरा विकास खंड अंतर्गत नाको ग्राम पंचायत मंगलवार को देर रात तक राष्ट्रीय क्षितिज है कई विद्वानों की उपस्थिति और जनसंघ काल खंड के संस्थापक मंडल अध्यक्ष, प्रखर समाजसेवी, गृहस्थ संत पंडित दूधनाथ चतुर्वेदी के स्मृति मे आयोजित विभिन्न कार्यक्रमों से सराबोर रहा। बताते चलें कि इस महान विभूति के परिनिर्वाण दिवस पर मने समारोह के आधार स्तंभ में उनके पुत्र रवि प्रकाश चौबे द्वारा संस्थापित गुप्तकाशी सेवा ट्रस्ट के आयोजकत्व मे बडी संख्या मे कई राजनीतिक एवं सामाजिक संगठनों के साथ संत महात्माओं,आचार्यगण, कवि साहित्यकारों एवं ग्रामीणों ने अपनी उपस्थिति दर्ज करा कर दिवस को इतिहास बनाने का काम किया।
सर्व प्रथम पं० दूधनाथ चौबे जी के चित्र पर माल्यार्पण पुष्पांजलि अर्पित कर आरती की गयी और संगोष्ठी में उनके कृतित्व व्यक्तित्व पर बृहद प्रकाश डालने के साथ ही उनकी स्मृति में स्थापित दूधनाथ वाटिका में औषधीय आध्यात्मिक और इमारती पौधों समी, अशोक, बादाम के वृक्ष लगाये गये। साथ ही गुरूकुल, गौशाला व अथर्ववेद पर आधारित उपचार की आधारशिला के रूप मे पाँच ईट रखी गयी। संगोष्ठी का शुभारंभ गुजरात से पधारे आध्यात्मिक संत समर्थ गुरू रामदास जी ने अपने आशीर्वचन से किया। मुख्य वक्ता के रूप में विश्व हिन्दू परिषद के केन्द्रीय सहमंत्री अम्बरीष जी ने कहा कि चौबेजी का सम्पूर्ण जीवन एक आत्मविलोपी संकल्प के रूप में व्यतीत हुआ। आज हम सबको इनके व्यक्तित्व से प्रेरणा लेकर समाज को नई दिशा देने की जरूरत है। उन्होंने उनके
साथ बिताए स्मृतियों की चर्चा करते हुए कहा मैंने जबसे संगठनात्मक जीवन जीने की धरती पर शुरूआत की, तब से स्मृति शेष चौबे जी का मार्गदर्शन और कदम से कदम मिलाकर चलना हमें जीवन के मूलभूत समर्पण का एहसास कराने वाला रहा। आगे कहा जिन्होंने पद और प्रतिष्ठा की परवाह किए बिना संगठन व समाज ने जहां बैठा दिया वही अपनी योग्यता और प्रतिभा का प्रदर्शन करने में उन्होंने पूरे जीवन कोई कोर कसर नहीं छोड़ा। अंबरीश जी ने यह भी कहा कि उनके जीवन का वर्णन शब्दों में करना मुश्किल प्रतीत हो रहा है। उन्होंने
विचार परिवार के समस्त आयामों के कार्यकर्ताओं को उनके जीवन से प्रेरणा लेकर सशक्त समाज की स्थापना के लिए आगे बढ़ने के लिए प्रेरित किया । राष्ट्रपति पुरस्कार से सम्मानित सेवानिवृत्त शिक्षक ओमप्रकाश त्रिपाठी , सदर विधायक भूपेश चौबे ने अपने उद्बोधन में कहा कि ‘दूधन बाबा’ जीवन के मार्गदर्शक के रुप में संपर्क में आए और हम संगठन के विभिन्न आयामों में प्रतिभाग करते हुए सदैव उनके मार्गदर्शन से जीवन को प्रेरक बनाए रखा। भाजपा जिलाध्यक्ष अजीत चौबे ने कहा कि स्मृति शेष दूधनाथ चौबे जो रिश्ते में मेरे मामा लगते थे, मेरे
जन्म काल से जनसंघ, जनता पार्टी के बाद भाजपा को अपना संगठनात्मक आयाम देने के लिए सदैव आतुर रहते थे उनके जीवन से मिली प्रेरणा हमें हर पग पर मार्गदर्शन देती रहती है। उनका संगठनात्मक समर्पण और जीवन पर्यंत सक्रियता आज के कार्यकर्ताओं के लिए अनुकरणीय है। मीडिया फोरम आँफ इंडिया(न्यास) के राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष मिथिलेश प्रसाद द्विवेदी, संतकीनाराम स्नातकोत्तर महाविद्यालय के प्राचार्य डा० गोपाल सिंह ने कहा कि चौबे जी का जीवन मेरे जीवन की शुरुआत का मजबूत आधार स्तंभ बना जिसके चलते मैं सुशिक्षित समाज की संस्था अपनाने में लिए गए अपने जीवन संकल्प को प्राण प्रण से परिपूर्ण रखा और उनके हर पग पर मिले सहयोग का वर्णन शब्दों में ना किए जाने की बात कहा।
लेखक व पत्रकार विजय शंकर चतुर्वेदी प्रयागराज से आये प्रखर समाज सेवी रमेश चतुर्वेदी आदि ने भी अपना विचार व्यक्त किया । इस दौरान 21 ग्रामीण असहयोग को आयोजक मंडल की ओर से कंबल भी वितरित किया गया। समारोह में उपस्थित आधी आबादी की महिला शक्तियां जो अपनी भावांजलि व्यक्त करना चाहती थी उन्हें समय अभाव के कारण अवसर नहीं प्राप्त हो सका। इसकी सुगबुगाहट भी नारी शक्तियों के बीच सुनने को मिला। इस अवसर पर नागा प्रयाग गिरीजी महराज, कृष्ण केशवदास जी महराज, आचार्य कृष्णकान्त देव पाण्डेय, आचार्य रामचन्द्र शुक्ल, आचार्य प्रशान्त त्रिपाठी, आचार्य अमरेश चन्द्र मिश्र, संस्कृत विद्यालय के प्राचार्य बेचूराम चौबे, ब्लाक प्रमुख नगवां आलोक सिंह, पुर्व जिलाध्यक्ष अशोक मिश्रा, पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष अमरेश पटेल, प्रख्यात कवयित्री डा० रचना तिवारी, चेयरमैन ओबरा प्रानमति देबी, महिला मोर्चा जिलाध्यक्ष पुष्पा सिंह, जिला पंचायत जुगैल प्रतिनिधि संजीव तिवारी, सोन साहित्य संगम के संयोजक कवि एवं अधिवक्ता राकेश शरण मिश्र, चन्द्रिका सिंह, रामलखन सिंह, जगदीश पाण्डेय, गोबिन्द यादव, नपा के पूर्व चेयरमैन कृष्ण मुरारी गुप्ता, बजरंग दल के प्रांत संयोजक सत्य प्रताप सिंह, विश्व हिन्दू परिषद के विभाग संगठन मंत्री सतीश जी , जिला मंत्री अवधेश चौबे,अभिषेक सिंह चन्देल, शिव प्रकाश सिंह, सुनिल सिंह, राजबहादुर सिंह, उमाशंकर ओझा, शितला आचार्य, राणा विजय सिंह , राजेश अग्रहरी, राकेश मेहता, चन्द प्रकाश दूबे, धर्म रक्षक धर्मेन्द्र कुमार राजू सहित तमाम गणमान्य नागरिक एवं परिजन मौजूद रहे । संचालन ओमप्रकाश दूबे ने एवं आयोजक गुप्तकाशी सेवा ट्रस्ट के संस्थापक रवि प्रकाश चौबे ने आए हुए अतिथियों का आभार प्रगट करते हुये पंचनिष्ठा के पंच संकल्प सांस्कृतिक राष्ट्रवाद आत्मनिर्भर भारत को मजबूत करने के लिये सभी से सहयोग की अपिल किया।