प्रस्तावना में भारतीय संविधान के मूल आदर्श समाहित

ओबरा-सोनभद्र (सतीश चौबे):। भारतीय संविधान के मूल आदर्शों को प्रस्तावना में समाहित किया गया है। इसमें नागरिकों के लिये राजनीतिक, आर्थिक व सामाजिक न्याय के साथ स्वतंत्रता के सभी रूप शामिल हैं। प्रस्तावना नागरिकों को आपसी भाईचारा व बंधुत्व के माध्यम से व्यक्ति के सम्मान, देश की एकता और अखंडता सुनिश्चित करने का संदेश देती है। बंधुत्व का उद्देश्य सांप्रदायिकता, क्षेत्रवाद, जातिवाद, भाषावाद जैसी बाधाओं को दूर करना है। उक्त बातें संविधान दिवस पर

शिक्षा निकेतन इंटर कालेज में विद्यार्थियों को सभा को संबोधित करते हुए वरिष्ठ प्रवक्ता आचार्य प्रमोद चौबे ने कही। सभा में संविधान की प्रस्तावना की शपथ भी दिलाई गई।
वरिष्ठ प्रवक्ता ने कहा कि भारत गणराज्य का संविधान 26 नवम्बर 1949 को बनकर तैयार हुआ था। संविधान सभा के प्रारूप समिति के अध्यक्ष डॉ॰ भीमराव आंबेडकर के 125वें जयंती वर्ष के रूप में 26 नवम्बर 2015 को पहली बार भारत सरकार ने संविधान दिवस सम्पूर्ण भारत में मनाया। 26

नवम्बर 2015 से प्रत्येक वर्ष सम्पूर्ण भारत में संविधान दिवस मनाया जा रहा है। इससे पहले इसे राष्ट्रीय कानून दिवस के रूप में मनाया जाता था। संविधान सभा ने भारत के संविधान को 2 वर्ष 11 माह 18 दिन में 26 नवम्बर 1949 को पूरा कर राष्ट्र को समर्पित किया। गणतंत्र भारत में 26 जनवरी 1950 से संविधान अमल में लाया गया।भारतीय कई दशकों पूर्व से ‘संविधान दिवस’ मनाते हैं। डॉ॰ भीमराव आंबेडकर के इस महान योगदान के रूप में भारत सरकार ने पहली बार 26 नवम्बर 2015 को “संविधान दिवस” मनाया गया। 26 नवम्बर 2015 से प्रत्येक वर्ष सम्पूर्ण भारत में संविधान दिवस मनाया जाता है। 26 नवंबर का दिन संविधान के महत्व का प्रसार करने और डॉ॰ भीमराव आंबेडकर के विचारों और अवधारणाओं का प्रसार करने के लिए चुना गया था। भारतीय संविधान कई मायनों में विश्व के अन्य देशों के संविधान से अलग है लेकिन विश्व का सबसे बड़ा लिखित संविधान होने इसे अन्य देशों से बेहद अलग बनाता है। अध्यक्षता प्रभारी प्रधानाचार्य सी लाल और संचालन विजय कुमार दुबे ने किया। मौजूद लोगों में मुकुंद सिंह गौर, सुरेश शुक्ल, दिनेश कुमार, ब्रजेश कुमार, राजेश मिश्रा, अवधेश देव पांडेय, सनोज कुमार, राहुल त्रिपाठी, अरविंद कुमार, श्वेता, सुमन श्रीवास्तव, मुन्ना लाल जायसवाल, सत्य प्रकाश सिंह, आशुतोष कुमार, पीपी श्रीवास्तव, अनिल बाबू साहू, ललित मोहन, संतोष कुमार, केके कनौजिया, नीलिमा सेठ आदि शामिल रहे।

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