बभनी/सोनभद्र (अरुण पांडेय)
काशी विद्यापीठ के प्रोफेसर के आश्वासन का नहीं दिखा कोई असर।
बभनी। विकास खंड के ग्राम पंचायत पोखरा में आठ वर्षों से बने राजकीय माडल डिग्री कालेज का संचालन नहीं हो सका इस सत्र से कक्षाओं का संचालन शुरु करने को लेकर काशी विद्यापीठ शक्तिनगर कैंपस में प्रोफेसर ने आश्वासन दिया था तब यहां के लंबित कार्यों को शीघ्र पूरा करने के लिए संबंधित ठेकेदार को निर्देशित भी किया था लेकिन अब तक राजकीय महाविद्यालय का संचालन शुरू नहीं हो सका। आदिवासी बाहुल्य व अति पिछड़े क्षेत्र के सुदूरवर्ती अंचल में युवाओं को उच्च शिक्षा के लिए कोई समुचित व्यवस्था नहीं है उन्हें इण्टर की शिक्षा के बाद 50 किमी दूर भाऊराव देवरस राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय दुद्धी जाना पड़ता है जिसके कारण
तमाम युवा इण्टर की पढ़ाई पूरी करने के पश्चात घर बैठ जाते हैं खासतौर पर लड़कियों के लिए उच्च शिक्षा प्राप्त करना महज एक सपना बनकर रह गया था।इसी सपने को पूरा करने के लिए अपने तमाम प्रयासों के बाद पूर्व विधायिका रुबी प्रसाद व पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष अनीता राकेश ने पिछले आठ वर्षों से पोखरा गांव में 9.34 करोड़ रुपए से राजकीय माडल महाविद्यालय का निर्माण कराया। इस भवन में 10 कक्ष 1 कंप्युटर कक्ष 4 हाल 4 प्रयोगशाला 4 कार्यालय कक्ष का निर्माण हुआ है।वायरिंग टाईल्स शौचालय के कुछ काम अधूरे हैं जिन्हें पूरा कराकर इसी वर्ष पूरा कराकर इसी सत्र में चालू कराने का आश्वासन दिया था। महाविद्यालय के संचालन की सूचना सुनकर क्षेत्रीय लोगों में खुशी के कारण लोगों की उम्मीदें बढ़ गईं लेकिन ठेकेदार व विभागीय अधिकारियों की लापरवाही के कारण इस डिग्री कॉलेज का संचालन इस सत्र भी नहीं हो सका। इस संबंध में पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष अनीता राकेश ने बताया कि सपा सरकार में इस डिग्री कालेज की बुनियाद रखी गई थी लेकिन अधिकारियों की लापरवाही के कारण आठ वर्षों बाद भी डिग्री कॉलेज का संचालन शुरू नहीं हो सका इस बावत उन्होंने अधिकारियों को पत्र लिखकर शिघ्र ही डिग्री कॉलेज शुरू कराए जाने की मांग की है। इस संबंध में वर्तमान विधायक राम दुलार गोंड़ ने बताया कि इस सत्र में पोखरा महाविद्यालय चालू कराने के लिए अधिकारियों को निर्देशित किया गया था और संबंधित ठेकेदार को भी निर्देशित किया गया था कि अधूरे काम को जल्दी पूरा करें लेकिन अबतक डिग्री कॉलेज का संचालन नहीं किया गया। मैं पुनः योगी आदित्यनाथ को पत्र लिखकर शिकायत करुंगा कि उच्चाधिकारियों की लापरवाही के कारण डिग्री कॉलेज का संचालन अब तक नहीं हो सका है, आश्वासन दिया कि दिसंबर माह में बभनी स्थित पोखरा गांव में बने डिग्री कॉलेज का संचालन किया जाएगा।