ओमप्रकाश रावत
विंढमगंज (सोनभद्र)। विकासखंड दुद्धी के अंतर्गत बुटवेढवा ग्राम पंचायत के पासवान बस्ती पर स्थित प्राथमिक विद्यालय में प्रवेश के लिए कोई रास्ता नहींः विद्यालय आने में बच्चों और शिक्षकों को कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है, विद्यालय में प्रवेश के लिए कोई रास्ता नहीं है। सरकार ने विद्यालय का
भवन तो बना दिया, लेकिन रास्ते के अभाव में शिक्षक – शिक्षिकाओं को पगडंडियों के सहारे विद्यालय में आना पड़ता है। बरसात के दिनों में पानी से गुजर कर उन्हें विद्यालय पहुंचना पड़ता है, शिक्षिका सविता कुमारी ने बताया कि अब विद्यालय को बंद रखना ही पड़ेगा क्यों कि पहले पगडंडियों से आना जाना होता था लेकिन अब भूमि स्वामी द्वारा बंद कर दिया गया है। अधिकारियों को लिखा पत्र प्रधानाचार्य कमलेश कुमार का कहना है कि इसको लेकर उन्होंने शिक्षा विभाग के
आला अधिकारियों को कई दफे पत्र भी लिखा है, इसके बावजूद अब तक समस्या समाधान नहीं हुआ है। ग्रामीणों से भी विद्यालय में आने के लिए दान में भूमि देने का आग्रह किया गया है, इसके बावजूद अब तक कोई निष्कर्ष नहीं निकला है. प्राचार्य ने कहा कि हल्की बारिश होने पर भी विद्यालय में आने के लिए कठिनाई का सामना करना पड़ता है. कई अभिभावकों इन समस्याओं को देखते हुए अपने बच्चों को भेजना तक बंद करते जा रहे हैं। वही विद्यालय से सटा एक खंडहर नुमा कुंआ है हमेशा डर रहता है कि कहीं बच्चे गिर न जाए ये भी एक
गम्भीर समस्या है कई बार ग्राम प्रधान को भी इसकी जानकारी दे चुका हूं लेकिन कोई विकल्प नहीं निकलता है कई बार विद्यालय के बच्चों और अध्यापकों को स्कूल जाने से पहले ही भूमि स्वामी के द्वारा रोक दिया जाता है कि हम अपने खेत से नहीं जाने देंगे आप लोग अपना रास्ता निकाले वही सफीक अध्यापक ने कहा कि हम लोग को अब कुछ समझ में नहीं आ रहा है कि हम लोग विद्यालय को कैसे संचालन करें। भू- स्वामियों से हमेशा तू तू , मैं मैं होते रहती है यह एक गंभीर समस्या है जल्द ही निदान नहीं हुआ तो मजबूरन विद्यालय बंद करना पड़ेगा !