सेवा कुंज आश्रम के बिरसा मुंडा बनवासी विद्यापीठ परिसर में 15 नवंबर को राज्यपाल और मुख्यमंत्री आदिवासियों को करेंगे संबोधित!
कार्यक्रम को भव्यता प्रदान करने हेतु शासन के नोडल अधिकारी ने अन्य अधिकारियों के साथ परिसर का किया निरीक्षण
सोनभद्र(सर्वेश श्रीवास्तव)। सेवा समर्पण संस्थान संबद्ध अखिल भारतीय वनवासी कल्याण आश्रम द्वारा जनपद के दक्षिण अंचल स्थित सेवा कुंज आश्रम के बिरसा मुंडा वनवासी विद्यापीठ प्रांगण में 15 नवंबर को जनजाति गौरव दिवस पर होने वाले ‘बनवासी समागम’ कार्यक्रम को मूर्त रूप देने हेतु डां देवेंद्र ट्राइबल रिसर्च इंस्टिट्यूट के नोडल ऑफिसर और उनके प्रधान सहायक सतीश चन्द्र शुक्ला सर्किट हाउस में जिलाधिकारी व पुलिस अधीक्षक के साथ बैठक कर आश्रम पहुँचे। उन्होंने सम्पूर्ण कार्यक्रम की जानकारी संस्थान के सह संगठन मंत्री आनंद जी से प्राप्त की। इस दौरान उन्होंने बताया कि परिसर में लगाई गई प्रदर्शनी के अवलोकन, वनाधिकार अधिनियम 2006 के अंतर्गत पट्टा वितरण, जनजाति क्षेत्र में कार्य करने वाले संगठनो, राजकीय आश्रम पद्धति विद्यालय में अच्छा कार्य करने वाले छात्र-छात्राओं व जनपद स्तरीय अधिकारियों को सम्मानित किए जाने तथा लोकार्पण व शिलान्यास संबंधित कार्यक्रम प्रस्तावित है। उन्हें यह भी कहा कि कार्यक्रम स्थल की साज-सज्जा जनजाति परिवेश पर आधारित रखी जाए। इस संबंध में एक प्रोटोटाइप तैयार कर लिया जाए जो उनके जीवन शैली को प्रदर्शित कर रहा हो। इस अवसर पर निदेशक जनजाति विकास उत्तर प्रदेश के निर्देशन में भगवान बिरसा मुंडा की आदमकद प्रतिमा का माल्यार्पण भी होना सुनिश्चित हुआ। उन्होंने बताया कि प्रमुख सचिव डॉ हरिओम कुमार के द्वारा निर्देशित किया गया है कि 13 जनपदों में से वनाधिकार अधिनियम 2006 के अंतर्गत स्वीकृत किए गए दावों के पट्टा धारकों में से चार चार प्रतिनिधियों को उक्त कार्यक्रम में सम्मिलित कराया जाएगा तथा चारों प्रतिनिधियों के साथ साथ एक लाइजनिंग अधिकारी भी नामित किया गया है जो सम्यक व्यवस्था सुनिश्चित करेगा। डॉ देवेंद्र ने बताया कि जनजाति समुदाय की जीवन शैली, कला,संस्कृति,वेशभूषा के चित्रात्मक प्रदर्शन हेतु कॉफी टेबल बुक का प्रकाशन कराया जा रहा है जिसका विमोचन जनजाति गौरव दिवस पर ही होना सुनिश्चित हुआ है। इस अवसर पर जनजाति समुदाय के लोगों द्वारा प्रतिभाग किए गए जनजातीय लघु फिल्म का प्रदर्शन कार्यक्रम भी सुनिश्चित किया गया है। उक्त समारोह में संपूर्ण उत्तर प्रदेश से परंपरागत जनजाति उत्पाद,वाद्य यंत्र, वनोत्पाद, हस्तशिल्प काष्ठ कला, पुस्तकों आदि के स्टाल भी लगाए जा रहे हैं जिसकी संपूर्ण जिम्मेदारी निदेशक जनजाति विकास, निदेशक समाज कल्याण, निदेशक अनुसूचित जाति वित्त एवं विकास निगम,निदेशक यूपी सिडको, निदेशक उत्तर प्रदेश वन निगम ट्राईफेड 14 तारीख को ही सोनभद्र पहुंचकर संभाल लेंगे। सेवा समर्पण संस्थान के सह संगठन मंत्री आनंद ने बताया कि उत्तर प्रदेश के सभी विभाग सेवा समर्पण संस्थान सम्बद्ध अखिल भारतीय वनवासी कल्याण आश्रम के साथ समन्वय स्थापित कर यह कार्यक्रम आयोजित कर रहे हैं। इसका नोडल अफसर डॉक्टर देवेंद्र जी को बनाया गया है तथा कार्यक्रम की मानिटरिंग प्रमुख सचिव समाज कल्याण डॉ हरिओम कुमार,प्रमुख सचिव पर्यटन एवं संस्कृति मुकेश मेश्राम, डायरेक्टर लोक कला संस्कृति अतुल द्विवेदी कर रहे हैं। सेवा समर्पण संस्थान के सह मंत्री आलोक कुमार चतुर्वेदी ने बताया कि कार्यक्रम को मूर्त रूप देने के उद्देश्य लिए शासन लगातार अपने प्रतिनिधि को कार्यक्रम स्थल पर भेज रहा है जिस के क्रम में आज डॉक्टर देवेंद्र कुमार यहां पहुंचे, उन्होंने यह भी बताया कि आज कार्यक्रम स्थल का निरीक्षण करने अधीक्षण अभियंता पीडब्ल्यूडी ए के द्विवेदी भी पहुंचे थे अब कार्यक्रम अपने भव्यता की तरफ बढ़ रहा है यह कार्यक्रम स्वतंत्रता के अमृत काल में वनवासी समाज के लिए स्वर्णिम कालखंड के प्रारंभ होने जैसा है। उक्त अवसर पर केंद्र प्रभारी कृष्ण गोपाल, अध्यक्ष जेसी विमल सिंह, उपाध्यक्ष देवनारायण खरवार,जिला संगठन मंत्री शिव प्रसाद समेत तमाम कार्यकर्ता उपस्थित रहे।