भ्रातृत्व प्रेम की कथा सुनकथा प्रेमियों के नेत्र हुए सजल

मानस कथा का चौथा दिन:

जगदीश/गुड्डू

डाला (सोनभद्र)। स्थानीय नगर के प्राचीन शिवालय अचलेश्वर महादेव मंदिर के 55वें स्थापना दिवस पर मानस परिवार समिति द्वारा संचालित सत्संग आयोजन के चौथे दिन कथा वाचन करते हुए अयोध्या से पधारे कथावाचक पंडित मधुसूदन शास्त्री मानस मधुर ने कथा में वन गमन के प्रसंग की कथा सुनाई ।

भक्ति भावना रूपी प्रसंग सुनकर कथा में उपस्थित श्रद्धालुओं के हृदय में पवित्र गंगा प्रवाहित होने लगी । उन्होंने कहा कि प्रभु श्रीराम केवट के पास नांव मांगने जाते है , जिसके बाद केवट भक्ति रूपी गंगा का सहारा और भगवान श्रीराम नाम रूपी नौका का आश्रय लेकर प्रभु के चरण पखारते हुए श्रीराम को नदी पार कराते है। आगे की कथा में भ्रातृत्व प्रेम की कथा सुनाते है, जहां चित्रकूट में भरत भगवान श्रीराम के दर्शन प्राप्त करते है , श्रीराम और भरत मिलाप का सुंदर दृश्य की कल्पना के पश्चात ही सत्संग में आए हुए सभी

श्रद्धालु भक्ति के सागर में डुबकी लगाते है । इस अवसर पर माल्यार्पण पंडित अवध नाथ मिश्र एवं प्रखर समाजसेवी अखिलेश पांडेय ने किया। तत्पश्चात रामायण आरती कर प्रसाद वितरण किया गया। कथा के चौथे दिन मुख्य रूप से कथा प्रेमी कुंज बिहारी सिंह, सजावल पाठक , उत्तम मिश्रा, श्रीकांत पांडेय , हृदय नारायण तिवारी , शांति देवी , इंदु तिवारी ,जानकी, जया ,नीति समय सैकड़ों लोग मौजूद रहे। कार्यक्रम का संचालन पंडित राजेश मिश्र ने किया ।

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