प्रिंसपल के पिता के निधन पर छात्रों का दो मिनट मौन
ओबरा (सतीश चौबे) : गांधी मैदान में गांधी की मूर्ति के सामने छात्रों ने ओबरा इंटर कालेज बचाओ संघर्ष समिति के नेतृत्व में शांति पूर्ण प्रदर्शन किया। छात्रों ने कहा कि हुकूमत का कार्य शिक्षा देना है न कि शिक्षा से वंचित करना। सोनभद्र के गिने चुने विद्यालयों में नि:शुल्क या कम पैसे में शिक्षा मिलती है, उनमें ओबरा इंटर कालेज भी एक है। उत्तर प्रदेश राज्य विद्युत उत्पादन निगम शक्ति भवन के एक निर्णय ने पूरा माहौल बिगाड़ दिया है। इसके लिए ओबरा और आस – पास के लोगों
को एकजुट होना पड़ेगा। ओबरा इंटर कालेज को उत्तर प्रदेश राज्य विद्युत उत्पादन निगम खुद चलाए या उत्तर प्रदेश सरकार को सौप दे, जिससे इसकी व्यवस्था सरकारी स्तर पर हो सके। इसके लिए उत्तर प्रदेश सरकार को पहल करनी चाहिए। अभाव ग्रस्त इलाके की शिक्षा व्यवस्था को निजी हाथों में सौंपने की कोशिश ने पूरे ओबरा नगर का माहौल बिगाड़ कर रख दिया है। छात्र शांति पूर्ण आंदोलन कर रहे हैं। इसके बावजूद भी अनदेखी की जा रही है। एक तरफ सरकार सोनभद्र जिले में नक्सल के नाम पर धन खर्च कर रही है, वहीं दूसरी तरफ शिक्षा की व्यवस्था के बजाय उससे वंचित करने की कोशिश की जा रही है। आंदोलन का नेतृत्व
संयोजक आनंद, सुरेंद्र, कृष्णा, मो शमी, अनुज, सुजीत, प्रयांशु तिवारी, श्याम आदि ने किया।