हंसते-हंसाते रूला गए

हंसी के जादूगर राजू श्रीवास्तव को दी विनम्र श्रद्धांजलि

सोनभद्र(सर्वेश श्रीवास्तव)। साहित्यिक संस्था रिहंद साहित्य मंच के पदाधिकारियों द्वारा बुधवार को आन लाइन गूगल मीट पर हंसी के जादूगर राजू श्रीवास्तव के असामयिक निधन पर शोक व्यक्त किया गया। श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए संयुक्त सचिव नरसिंह यादव ने राजू श्रीवास्तव के बारे में संक्षिप्त प्रकाश डाला। गाजियाबाद से जुड़े वरिष्ठ साहित्यकार एवं संस्था के महासचिव डॉ मिथिलेश कुमार श्रीवास्तव ‘शिखर’ ने

अपनी श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि हंसी का जादूगर हमें हंसाते-हंसाते रुला गया। वही डी एस त्रिपाठी ने कहा कि राजू श्रीवास्तव की कमी सदियों तक खलेगी। श्रद्धांजलि सभा में अरुण ‘अचूक’, राजेश्वरी सिंह, आर डी दूबे तथा पटना बाढ़ से मुकेश कुमार ऑनलाइन जुड़े रहे। इसी तरह सोन साहित्य संगम के संयोजक राकेश शरण मिश्र, उपनिदेशक सुशील राही, साहित्यकार डॉ परमेश्वर दयाल श्रीवास्तव, अशोक कुमार श्रीवास्तव और संजीव श्रीवास्तव ने भी अपनी कला के माध्यम से सबको हंसा देने वाले राजू श्रीवास्तव के असामयिक निधन पर गहरी संवेदना व्यक्त की और गत आत्मा को अपने श्री चरणों में स्थान देने तथा परिजनों को आत्मबल प्रदान करने की ईश्वर से प्रार्थना की है।

Translate »