हिंडालको महान ने अभियंता दिवस के मौके पर आदिवासी बच्चो को दिया गणवेश


शिक्षा सिर्फ डॉक्टर या इंजीनियर ही नही,अच्छा इंसान भी बनाती है :-बिश्वनाथ मुखर्जी

सिगरौली।हिंडालको महान द्वारा हर साल 15 सितंबर को ‘इंजीनियर्स डे’ मनाया जाता है. इस दिन को भारत रत्न सर मोक्षगुंडम विश्वेश्वर्या की जयंती के रूप में मनाया जाता है. सर मोक्षगुंडम विश्वेश्वरैया का नाम देश के प्रख्यात इंजीनियर, विद्वान व राजनेता में शुमार है. इंजीनियर दिवस पहली बार 1968 के वर्ष में मनाया गया था. जिसके बाद इस साल यह 55वां ‘इंजीनियर्स डे’ मनाया जा रहा है, इंजीनियर्स डे को अभियन्ता दिवस भी कहा जाता हैं. हिंडालको महान के कंपनी प्रमुख सेन्थिल नाथ जो स्वयं में एक कुशल अभियंता है,जिनके देख रेख में हिंडालको महान सतत विकास की ऊंचाइयों में उड़ान भर रहा है।इंजीनियर्स डे के मौके पर मानव संसाधन प्रमुख ने हिंडालको महान में कार्यरत समस्त इंजीनियरो को अभियंता दिवस की शुभकामना देते हुये वनांचल क्षेत्र गिधेर में अति गरीब बच्चो को गणवेश प्रदान किये, साथ ही हिंडालको महान के जनसंपर्क व सी.एस.आर.प्रमुख ने अभियंता दिवस उन बच्चो के साथ मनाने के लिये आगे आये,जिनकी सुबह अभाव के साथ शुरू होती है।ग्राम गिधेर में हिंडालको महान के मानव संसाधन प्रमुख व सी.एस.आर.प्रमुख द्वारा जरूरत मंद 250 बच्चो को निःशुल्क गणवेश प्रदान करते हुये बच्चो को शिक्षा के महत्व पर प्रकाश डालते हुये मानव संसाधन प्रमुख बिश्वनाथ मुखर्जी ने कहा कि आज अभियंता दिवस है ,और इस दिन को भविष्य में होने वाले अभियंताओं के बीच मनाया जाय,क्यो की बेहतर शिक्षा सिर्फ़ डॉक्टर,इंजीनियर्स ही नहीं बनाती,बल्की अच्छा इंसान भी बनाती है। हिंडालको महान शिक्षा के बेहतरी के लिये हर प्रयास करेगी,जिससे शिक्षा का स्तर बेहतर हो सके।वही आने वाले त्योहार के पहले,कपड़े जैसी जरूरत की चीजें पाने की खुशी साफ झलक रही थी।वही कार्यक्रम के पश्चात मानव संसाधन प्रमुख ने स्कूल का निरीक्षण करते हुये,स्कूल के जीर्णोद्धार हेतु सी.एस.आर.टीम को निर्देशित किया।इस मौके पर सी.एस.आर.विभाग से विजय वैश्य,धीरेन्द्र तिवारी,शीतल श्रीवास्तव, बीरेंद्र पाण्डेय,भोला बैश्य,संजीव वैश्य व प्रभाकर बैश्य उपस्थित रहे।

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