सोनभद्र। अलग पूर्वांचल राज्य की मांग कर रहे पूर्वांचल राज्य जनमोर्चा की एक बैठक ग्राम बरौली पोस्ट रावर्टसगंज सोनभद्र में दिन के 11:00 बजे संपन्न हुआ। जिसमें पूर्वांचल राज्य कैसे बनाया जाए इस पर विस्तृत विचार विमर्श किया गया ! अवसर पर संगठन प्रमुख पवन कुमार सिंह एडवोकेट ने कहा कि उत्तर प्रदेश के पूर्वी भाग को पूर्वांचल के नाम से जाना जाता है. वर्तमान में इसकी आबादी लगभग 10 करोड़ हैं आज़ादी की लड़ाई में पूर्वांचल सबसे आगे रहा। लेकिन आज़ादी के 75 साल बीत जाने के बावजूद आज भी इस भाग के लगभग आधे से अधिक लोग गरीबी रेखा के नीचे जीवन यापन करने को विवश हैं। 2 करोड़ से अधिक नौजवान या तो बेरोजगार हैं, या फिर मुम्बई, दिल्ली, बंगलोर, गुजरात जैसे जगहों की ओर पलायन कर रहे हैं। इसका जिम्मेदार कौन है? इसका एकमात्र विकल्प अलग पूर्वांचल राज्य को बनाया जाए ! राष्ट्रीय प्रवक्ता एडवोकेट अतुल प्रताप पटेल ने कहा किताब थॉट्स एंड लिंग्विस्टिक स्टेट्स में डॉ. अंबेडकर ने भाषायी आधार पर राज्यों के विभाजन पर अपने विचार व्यक्त किए. उन्होंने उत्तर प्रदेश के तीन टुकड़े किए जाने की बात कही ! राष्ट्रीय मानवाधिकार एसोसिएशन भारत उत्तर प्रदेश के अध्यक्ष राजकुमार सोनी ने कहा कि अगर आप पूर्वांचल के रहने वाले हैं, भले किसी राज्य में रह रहे हों अथवा प्रवासी भारतीय हैं। आप अपने पूर्वांचल के समग्र विकास और खुशहाली के लिए बहुत कुछ कर सकते है! इस अवसर पर मनीष रंजन एडवोकेट,अशोक कुमार कनौजिया एडवोकेट, काकू सिंह, रामजन्म, अशोक कुमार केसरी, नवीन कुमार पांडे आदि लोग उपस्थित थे !