वर्षा सोनी, एबीपीएस रेणुसागर को सर्वोत्तम वक्ता-पक्ष एवं विव्या कुमारी सेंट जोसेफ स्कूल शक्तिनगर को सर्वोत्तम वक्ता-विपक्ष घोषित किया गया
रेणुसागर प्रेक्षा गृह में अन्तर्विद्यालयी अंग्रेजी वाद-विवाद प्रतियोगिता का आयोजन किया
अंक तालिका के आधार पर एबीपीएस रेणुसागर को विजेता घोषित किया गया
अनपरा।आदित्य बिड़ला पब्लिक स्कूल, रेणुसागर में दो दिवसीय स्थापना दिवस समारोह का धूमधाम के साथ आयोजन किया गया। इस समारोह में आयोजित कार्यक्रमों को ‘अभिव्यक्ति’ नाम दिया गया है। कार्यक्रम का उद्घाटन विद्यालय-अध्यक्ष व रेनूसागर पावर डिवीजन रेनूसागर के अध्यक्ष ऊर्जा के पी यादव ने दीप प्रज्ज्वलित करके किया। इस अवसर पर मुख्य अतिथि ने प्रतियोगिता में भाग लेने वाले सभी प्रतिभागियों को अपनी शुभकामना देते हुए पाठ्येतर गतिविधियों के महत्व को प्रतिपादित किया। इस अवसर पर ईआर हेड परेश ढोले की गरिमामयी उपस्थिति रही।
अभिव्यक्ति के प्रथम सोपान के रूप में रेणुसागर प्रेक्षा गृह में अन्तर्विद्यालयी अंग्रेजी वाद-विवाद प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। विद्यालय की प्रधानाचार्या विद्या चैटर्जी ने विषय का प्रर्वतन करते हुए सभी प्रतिभागियों एवं अतिथियों का स्वागत किया। इस प्रतियोगिता में डीएवी स्कूल बीना, सेंट फ्रांसिस स्कूल अनपरा, उर्मिला पब्लिक स्कूल अनपरा, सेंट जोसेफ स्कूल शक्तिनगर, एबीआईसी रेणुसागर एवं एबीपीएस रेणुसागर सहित कुल 6 टीमों ने भाग लिया। सभी प्रतिभागियों ने ‘‘समाचार चैनल ब्रेकिंग न्यूज के लिए नियमों का उल्लंघन करते हैं’’ इस विषय पर पक्ष एवं विपक्ष में अपना अपना तर्क अंग्रेजी माध्यम से प्रस्तुत किया। अंक तालिका के आधार पर एबीपीएस रेणुसागर को विजेता घोषित किया गया किन्तु आयोजनकर्ता स्कूल होने के कारण सेंट जोसेफ स्कूल शक्तिनगर को रनिंग शील्ड प्रदान किया गया। व्यक्तिगत प्रदर्शन में वर्षा सोनी, एबीपीएस रेणुसागर को सर्वोत्तम वक्ता-पक्ष एवं विव्या कुमारी सेंट जोसेफ स्कूल शक्तिनगर को सर्वोत्तम वक्ता-विपक्ष घोषित किया गया। निर्णायक मंडल में फादर सुनील नरोना, हितेश लुलानी एवं राजश्री सेन की भूमिका सराहनीय रही। कार्यक्रम का संचालन नंदिता राॅय बाउल ने किया। इस अवसर पर पी टी आई ए के राय के निर्देशन में एबीपीएस और एबीआईसी के छात्रों के बीच कबड्डी का एक मैत्री मैच भी आयोजित किया गया जिसमें एबीपीएस विजयी घोषित किया गया। कार्यक्रम के आयोजन में ए के द्विवेदी, रचना श्रीवास्तव, कल्याणी देवराजन, मैरी वोहरा, पीयूष जोशी, मनीष शर्मा, एस बैनर्जी, राहुल दत्ता पी. के. पाण्डेय, पी. आर सिन्हा, शैली हर्ष, शहीना, मनोरमा पांडेय, दीपशिखा, के के चैधरी, अजय रवानी, विल्सन सहित सभी अध्यापकों का सराहनीय योगदान रहा।