घोरावल-सोनभद्र(रमेश कुमार कुशवाहा)। सड़कों को गड्ढा मुक्त करने के अभियान में जिला पंचायत सोनभद्र के पूर्व अध्यक्ष अमरेश पटेल एंव अपर मुख्य अधिकारी बी0सी0पंत समेत 16 लोगों पर एफ0 आई0 आर0दर्ज करने का अदालत ने आदेश दिया है यह जानकारी अधिवक्ता विकाश शाक्य ने
दिया। श्री शाक्य ने बताया कि चौधरी यसवंत सिंह के परिवाद में गड्ढा मुक्त कराने के नाम पर 2 करोड़ 25लाख रुपए सरकारी धन का गबन जिला पंचायत अध्यक्ष अमरेश पटेल ,अपर मुख्य अधिकारी पीसी पंत अवर अभियंता जसवंत चौहान ,बलिराम , तत्कालीन अपर मुख्य अधिकारी वर्तिका, ठेकेदार श्यामलाल, राममूर्ति, रामनिवास यादव ,रमाशंकर ,अजीत कुमार ,अनिल कुमार सिंह, अमित
कुमार सिंह ,संतोष राय ,परामर्शदाता विनोद कुमार श्रीवास्तव ने मिलकर बगैर तारकोल बिटूमीन , इमल्सन के सप्लाई हुए मुरिलाडीह, लसड़ी कला ,मदार, पेटराही, भगवंतपुर माइनर ,करकी से खेरवा, सिरपालपुर पेटराही से परसोना, डेहरी कला -रामगढ़ गुरौटी,मंगरदाह, नई बाजार -विरधी, सेहुआ-सफारी पुर,असनहर- आश्रम, बचरा ,नौडीहा, कटौली,डोरहर,डुमर्चुआ, म्योरपुर लीलासी, आदि कुल 22
सड़कों को गड्ढा मुक्त कर के कार्य पूर्ण दिखाकर सरकारी धन को गबन कर लेने का परिवाद प्रस्तुत हुआ। प्रकरण वर्ष 2017 का है जिसमें तमाम शिकायतों के बावजूद प्रशासनिक स्तर पर कार्रवाई नहीं होने पर वर्ष 2019 से अदालती प्रक्रिया शुरू हुआ अंतोगत्वा सिविल जज सीनियर डिविजन सोनभद्र की अदालत ने 28 जुलाई 2022 को सभी आरोपियों के बाबत प्रस्तुत परिवार को स्वीकार करते हुए थाना रावर्टसगंज को मुकदमा दर्ज करने का आदेश दिया है। उन्होंने कहा कि बगैर तारकोल सड़कें कैसे बन गई यह गंभीर विषय है निष्पक्ष जांच की उम्मीद जताई जाती है।