मिथिलेश प्रसाद द्विवेदी
सोनभद्र। विद्युत उत्पादन के क्षेत्र में देश प्रदेश में अपना अहम स्थान रखने वाली एनटीपीसी रिहंद ने विद्युत उत्पादन के साथ साथ उच्च गुणवत्ता वाली फ्लाई ऐश ईंटों का निर्माण भी प्रमुखता से कर रही है। इस वित्तीय वर्ष में इसने लगभग 84 लाख फ्लाई ऐश ईंटों का उत्पादन इस इकाई द्वारा किया गया जिनका उपयोग संयंत्र एवं नगर परिसर मे किया जा रहा है। यह बातें एनटीपीसी रिहंद के मुख्य महाप्रबंधक देवब्रत पाल ने शनिवार को पत्रकारों से बातचीत करते हुए कही। उन्होंने बताया कि रिहंद मे उत्पादित फ्लाई ऐश ब्रिक्स अब आईएसआई मार्का होंगी। श्री पाल ने आगे यह भी बताया की एनटीपीसी लिमिटेड का यह पहला एवं सम्पूर्ण भारत का
पाँचवाँ संयंत्र है जिसको आईएसआई मार्क फ्लाई ऐश ब्रिक्स के उत्पादन का लाइसेन्स भारतीय मानक ब्यूरो द्वारा दिया गया है। बताया की फ्लाइ ऐश ब्रिक्क्स के उपयोग से न केवल उर्वरा मिट्टी का संरक्षण होता है बल्कि इससे पर्यावरण को कोई नुकसान भी नहीं पहुंचता है। ऐसे में ईंटों को आस पास के शहरों एवं क्षेत्रों मे लाल ईंट से कम मूल्य पर बेचने पर विचार किया जा रहा है। इस अवसर पर असेश कुमार चट्टोपाध्याय, महाप्रबंधक प्रचालन एवं अनुरक्षण ने बताया की फ्लाई ऐश ईंटों को सुगमता से उपलब्ध करने हेतु आस पास के बड़े नगरो मे डिपो बनाने पर भी विचार कर रहा है। आर के सिन्हा, विश्वजीत घोष, अमित धीमान, अनिल कुमार पपनेजा, पंकज मेंडिरत्ता, यू के श्रीवास्तव, ज़ाकिर खान, परमानद राऊत, आदित्य चन्द्र सौरव, रमेश द्विवेदी, मुकेश कुमार, राघवेंद्र नारायण, रामजी द्विवेदी आदि अधिकारी मुख्य रूप से उपस्थित थे।